खत्म हुई डेढ़ एकड़ की बाधा, अटल पथ को एम्स-दीघा एलिवेटेड कारिडोर से जोड़ने का रास्ता साफ
अटल पथ के रास्ते में आड़े आ रही 1.31 एकड़ एफसीआइ की जमीन को खरीदेगी सरकार। मुख्यमंत्री के निर्देश पर अब इस आशय के प्रस्ताव को कैबिनेट भेजा जा रहा। एक साथ दो पुल और तीन सड़कों से मिलेगी संपर्कता
पटना, राज्य ब्यूरो। राजधानी स्थित अटल पथ को एम्स-दीघा एलिवेटेड कारिडोर और दीघा-सोनपुर पुल से सीधी संपर्कता का रास्ता साफ हो गया है। अटल पथ फेज-2 के तहत इस सड़क का निर्माण किया जाना था पर जमीन की उपलब्धता आड़े आ रही थी। सड़क निर्माण के लिए एफसीआई की 1.31 एकड़ जमीन ली जानी थी पर बात नहीं बन पा रही थी। मुख्यमंत्री के समक्ष इस विषय पर हुए विमर्श में यह निर्देश दिया गया कि सरकार सशुल्क एफसीआई की जमीन को लेकर सड़क निर्माण का काम आगे बढ़ाए। मुख्यमंत्री के स्तर पर मिले निर्देश के बाद अब इस आशय का प्रस्ताव कैबिनेट की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
इस तरह अटल पथ को मिलेगी एम्स-दीघा एलिवेटेड से कनेक्टिवटी
अटल पथ के फेज-2 से एम्स-दीघा एलिवेटेड कारिडोर को अनुमति मिलनी है। वर्तमान अटल पथ को दीघा में एक फ्लाईओवर बनाकर आगे बढ़ा दिया गया है। इस फ्लाईओवर का निर्माण पूरा हो गया है। वर्तमान में सौैंदर्यीकरण का काम चल रहा है। समस्या यह थी कि इसे आगे बढ़ने के लिए जगह नहीं मिल रही थी। एफसीआइ की जमीन हासिल होने के बाद अब परेशानी नहीं होगी। यह आगे से मुड़कर दीघा-एम्स एलिवेटेड कारिडोर से जुड़ जाएगी। एक हिस्सा गंगा पथ से भी जुड़ेगा। दीघा-एम्स एलिवेटेड कारिडोर से जुड़ने के बाद यह दीघा-सोनपुर पुल से भी जुड़ जाएगा। इस तरह से अटल पथ को दो पुल और तीन सड़क की संपर्कता मिल जाएगी।
अटल पथ फेज-2 का फायदा
अटल पथ फेज -2 का फायदा यह होगा कि आने वाले समय में गंगा पथ के रास्ते इससे पीएमसीएच होते हुए दीदारगंज तक की सीधी कनेक्टिवटी मिल जाएगी। अटल पथ के रास्ते फुलवारीशरीफ होते हुए आगे बढ़ा जाएगा। दीघा-सोनपुर के माध्यम से उत्तर बिहार से भी जुड़ जाएगा अटल पथ।
अपर मुख्य सचिव ने मुंगेर रेल सह सड़क पुल के एप्रोच रोड की बाधा का भी जायजा लिया
पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने गुरुवार को मुंगेर रेल सह सड़क पुल के एप्रोच रोड के निर्माण में आ रही बाधा का जायजा लिया। लंबी अवधि से यह मामला अटका पड़ा है। मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में बुधवार को इसकी चर्चा हुई थी। मुंगेर जाकर प्रत्यय अमृत ने पूरी स्थिति को समझा। उनके साथ एनएचएआइ के आला अधिकारी भी थे।