एनटीपीसी के महिला मंडल मंदाकिनी क्लब के प्रयासों से बाढ़ और आसपास के इलाकों में आ रही खुशहाली
एनटीपीसी के महिला मंडल मंदाकिनी क्लब की सदस्य जनकल्याण के कार्यों के साथ आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भी महती भूमिका निभा रही हैं। 15 नवंबर 2014 को तत्कालीन मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने की थी पहली इकाई की वाणिज्यिक घोषणा
बाढ़ (पटना), संवाद सूत्र। पटना जिले के बाढ़ में नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन यानी एनटीपीसी के प्रोजेक्ट से देश को बिजली तो मिल ही रही है, प्रोजेक्ट के आसपास का इलाका कई तरह से खुशहाल हो रहा है। एनटीपीसी के महिला मंडल मंदाकिनी क्लब की सदस्य जनकल्याण के कार्यों के साथ आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भी महती भूमिका निभा रही हैं। वर्ष 2014 में 15 नवंबर को तत्कालीन मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने पहली इकाई की वाणिज्यिक घोषणा की थी। इसके बाद नगरीय परिसर में गतिविधियां संचालित करने में मंदाकिनी क्लब अस्तित्व में आया। हाल के दिनों तक जनकल्याण से जुड़े कार्यों में भागीदारी निभाकर क्लब ने अपनी पहचान बनाई है।
मेधावी छात्राओं की पढ़ाई में क्लब कर रहा सहयोग
क्लब की अध्यक्ष डॉ. नीलम सक्सेना ने गणतंत्र दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में 39 मेधावी छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रदान की। यूपीएल के साथ संपन्न साझा कार्यक्रम में 50 महिलाओं को सिलाई-कटाई का प्रशिक्षण दिया गया। दिसंबर में तीन दिवसीय विशेष कार्यशाला का आयोजन कर मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण देकर क्लब ने 50 लोगों को आत्मनिर्भर बनने के गुर सिखाए।
मोकामा में क्लब ने कराया फिशरी पांड का निर्माण
मोकामा में क्लब द्वारा फिशरी पांड का निर्माण कराया गया। यहां मछली उत्पादन के लिए समुचित व्यवस्था की गई है। कोरोना काल में भी कई गतिविधियों का संचालन अध्यक्ष व सचिव सविता सिंह के निर्देशन में किया गया। इसके तहत 40 कर्मियों को राहत सामग्री दी गई। क्लब के सदस्यों ने ऑनलाइन क्लास एवं प्रतियोगिता भी आयोजित कराई।
जनकल्याण के कार्यों को आगे बढ़ा रहा क्लब
अध्यक्ष डॉ. नीलम सक्सेना कहती हैं, योजनाबद्ध तरीके से जनकल्याण के कार्यों को आगे बढ़ाना ही क्लब का उद्देश्य है। वहीं, सचिव सविता सिंह बताती हैं, नगरीय परिसर में महिलाओं व बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के साथ स्वस्थ मनोरंजन के लिए भी क्लब काम कर रहा है। पीआरओ अभिषेक शुक्ला ने कहा, बेहतर कार्य रूप देने के लिए संस्था हमेशा तत्पर है।