अब अपनी ट्रेन चला सकते हैं आप, मन मुताबिक तय कर सकेंगे किराया; बिहार में निजी रेल के लिए तैयारी शुरू

पूर्व मध्य रेल में भी शुरू होगी भारत गौरव ट्रेन की सुविधा व्यवसायी और पर्यटन एजेंसियां लीज पर लेकर चला सकेंगी अपनी ट्रेन दो साल तक इस ट्रेन के अंदर बाहर किसी भी कंपनी का विज्ञापन भी लगवा सकेंगे

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 12:48 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 12:48 PM (IST)
अब अपनी ट्रेन चला सकते हैं आप, मन मुताबिक तय कर सकेंगे किराया; बिहार में निजी रेल के लिए तैयारी शुरू
बिहार में भारत गौरव ट्रेन चलाने की तैयारी शुरू। फाइल फोटो

पटना, जागरण संवाददाता। भारत गौरव ट्रेन चलाने के लिए रेलवे बोर्ड की ओर से नए कोच उपलब्ध कराए जा रहे हैं। पूर्व मध्य रेल की ओर से निजी क्षेत्रों के बड़े व्यवसायियों से उक्त ट्रेन के लिए आगे आने को कहा जा रहा है। जो भी व्यवसायी चलाएंगे उन्हें दो वर्ष का लीज दिया जाएगा। इतना ही नहीं वे दो साल तक इस ट्रेन के अंदर बाहर किसी भी कंपनी का विज्ञापन लगवा सकेंगे। भारत गौरव ट्रेन को निजी हाथों में देने के लिए मंगलवार को पूर्व मध्य रेल में मुख्य वाणिज्य प्रबंधक (यात्री सेवा) की अध्यक्षता में तीन उच्चाधिकारियों की कमेटी नामित की गई है। इस संबंध में पूर्व मध्य रेल के मुख्य जन संपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि भारत में मुख्यत: पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारत गौरव ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है।

कम से कम दो साल के लिए करा सकेंगे बुकिंग

भारत गौरव ट्रेन के लिए पर्यटन क्षेत्र के पेशेवरों के साथ-साथ अन्य इच्छुक सेवा प्रदाता भी आसान प्रक्रियाओं को अपनाते हुए इस ट्रेन की बुकिंग कर सकते हैं। आवश्यकता के अनुरूप इसके परिचालन रूट का निर्धारण कर सकते हैं। भारत गौरव ट्रेन में सेवा प्रदाता प्रथम वातानुकूलित, द्वितीय वातानुकूलित, तृतीय वातानुकूलित, वातानुकूलित कुर्सीयान, शयनयान, पैंट्रीकार जैसे डिब्बों की बुकिंग करवा सकते हैं। इस ट्रेन में दो गार्ड ब्रेक सहित न्यूनतम 14 एवं अधिकतम 20 डिब्बों की बुकिंग कम से कम दो साल की अवधि के लिए कराई जा सकती है।

किराया अपने मन मुताबिक तय कर सकेंगे

इसके साथ ही सेवा प्रदाता को यह अधिकार होगा कि वे भारतीय रेल की कोच उत्पादन इकाइयों से सीधे नए डिब्बे खरीद सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय रेल में पहली बार भारत गौरव ट्रेन में सेवा प्रदाता को संरक्षा नियमों के तहत ट्रेनों के कोच के आंतरिक संरचना में आंशिक बदलाव एवं किराया निर्धारण का पूर्णाधिकार दिया गया है। भारतीय रेल द्वारा इस ट्रेन का परिचालन मेल/एक्सप्रेस के बराबर तवज्जो देते हुए समय पालन के आधार पर किया जाएगा।

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