अब रेल मित्र स्टेशनों पर होने वाले अपराध को करेंगे नियंत्रित
रेलवे स्टेशनों पर बढ़ रही आपराधिक घटनाओं पर नकेल कसने के लिए आरपीएफ ने नई पहल की है।
पटना : रेलवे स्टेशनों पर बढ़ रही आपराधिक घटनाओं पर नकेल कसने के लिए आरपीएफ ने नई पहल की है। अब रेल अपराध को नियंत्रित करने में स्टेशनों पर काम करने वाले लाइसेंसी कुली, लाइसेंसी वेंडर, शौचालय कर्मचारी, स्टाल पर काम करने वाले कर्मी, आटो चालक, पार्किंग कर्मचारी महत्चपूर्ण भूमिका निभाएंगे। आरपीएफ इन सभी को रेल मित्र का दर्जा देगी। ये स्टेशन पर किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की जानकारी तत्काल आरपीएफ कंट्रोल रूम एवं पोस्ट प्रभारी को देंगे।
इस संबंध में आरपीएफ के वरीय अधिकारियों ने बताया कि किसी भी स्टेशन पर काम करने वाले इस तरह के लोगों को सबसे पहले संदिग्ध चरित्र के लोगों की जानकारी मिलती है। यदि आटो चालक को अपनी किसी सवारी पर संदेह होता है तो स्टेशन पहुंचते ही वे आरपीएफ को इसकी जानकारी देंगे। इतना ही नहीं रनिग ट्रेनों में खाने-पीने का सामान बेचने वाले वेंडर भी चलती ट्रेन में होने वाले अपराध की जानकारी आरपीएफ को दे देंगे। आरपीएफ सीसी टीवी के साथ-साथ रेल मित्रों की मदद से स्टेशनों पर होने वाले अपराध को पूरी तरह नियंत्रित रखेंगे। इस सिलसिले में पटना जंक्शन पर 130 से अधिक लोगों को रेल मित्र बनाया गया है। कोट
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रेल अपराध पर नकेल कसने के लिए आरपीएफ ने नई पहल शुरू कर दी है। इसके तहत स्टेशनों व ट्रेनों में काम करने वाले वेंडरों, दैनिक यात्रियों, स्टाल पर काम करने वाले कर्मी, आटो चालकों को रेल मित्र बनाया गया है। ये लोग आरपीएफ को स्टेशन पर होनी वाली हर संदिग्ध गतिविधि की जानकारी देते रहेंगे। पूर्व मध्य रेल के सभी मंडलों के वरीय कमांडेंट को रेल मित्र बनाकर बैठक करने को कहा गया है। दानापुर मंडल में इसकी शुरूआत की गई है। एस.मयंक, मुख्य सुरक्षा आयुक्त, पूर्व मध्य रेल