कर्मियों की कमी से नहीं खुल रहा आई बैंक
एनएमसीएच में सभी आवश्यक उपकरण उपलब्ध लौट रहे लोग। - नेत्र रोग विभाग के अध्यक्ष बोले- लगाता
- एनएमसीएच में सभी आवश्यक उपकरण उपलब्ध, लौट रहे लोग
- नेत्र रोग विभाग के अध्यक्ष बोले- लगातार लिखा जा रहा है पत्र जागरण संवाददाता, पटना सिटी : नालंदा मेडिकल कालेज अस्पताल में एक साल बाद भी आई बैंक नहीं खुल सका है। आई बैंक का वातानुकूलित और सुविधाओं से संपन्न भवन तैयार है। यहां आवश्यक सभी उपकरण भी स्वास्थ्य विभाग ने उपलब्ध करा दिया है। प्रशिक्षित कर्मी नहीं होने के कारण सरकार की आंखों की रोशनी खो चुके मरीजों को लाभ नहीं मिल पा रहा है।
नेत्र रोग विभाग के अधीन इस आई बैंक में कार्निया प्रत्यारोपण की तमाम जरूरी सुविधाएं राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई हैं। दूसरों को रोशनी देने की नेत्रदान करने की इच्छा लिए लोग हर दिन आई बैंक पहुंच रहे हैं। इनकी काउंसिलिग करने वाला भी कोई नहीं है। विभागाध्यक्ष प्रो. डा. राजेश कुमार तिवारी ने बताया कि आई बैंक संचालित करने के लिए विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम उपलब्ध है। अधीक्षक द्वारा अत्याधुनिक एंबुलेंस उपलब्ध करायी गयी है। नर्स मौजूद हैं लेकिन उपकरण का इस्तेमाल करने के लिए पारा मेडिकल स्टाफ, प्रशिक्षित तकनीशियन नहीं हैं। आई बैंक में को-आर्डिनेटर, काउंसलर समेत अन्य आवश्यक पदों पर कर्मी की तैनाती अब तक नहीं हो सकी है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को लगातार पत्र लिखा जा रहा है। कार्निया प्रत्यारोपण आरंभ होते ही आंखों की रोशनी खो चुके प्रदेश के सैकड़ों लोग फिर से यह खूबसूरत दुनिया देख सकेंगे।
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- आई बैंक के लिए आवश्यक मानव बल उपलब्ध कराने को स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखा गया है। कई पद भी सृजित किए जाने की आवश्यकता होगी। इस दिशा में विभागीय कार्रवाई का इंतजार है।
- प्रो. डा. विनोद कुमार सिंह, अधीक्षक, एनएमसीएच