85 सीनियर रेजिडेंट के अस्तित्व पर संकट, 120 सीटे बचाने की चिता

पटना सिटी। नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के विभिन्न विभागों में कार्यरत 85 सीनियर रेजिडेंट

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Sep 2020 07:55 AM (IST) Updated:Wed, 23 Sep 2020 07:55 AM (IST)
85 सीनियर रेजिडेंट के अस्तित्व पर संकट, 120 सीटे बचाने की चिता
85 सीनियर रेजिडेंट के अस्तित्व पर संकट, 120 सीटे बचाने की चिता

पटना सिटी। नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के विभिन्न विभागों में कार्यरत 85 सीनियर रेजिडेंट की सेवा अवधि एक-एक कर समाप्त होने लगी है। मंगलवार को नेत्र विभाग समेत कई विभाग के एसआर सेवामुक्त हो गए। एसआर के अस्पताल में बने रहने को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जल्द ही कोई ठोस निर्णय नहीं लिया तो एनएमसी की 120 सीटों की मान्यता बनाने की चिता बढ़ जाएगी। इसे लेकर एमसीआइ कभी भी औचक निरीक्षण कर सकती है। अस्पताल प्रशासन ने एसआर के अवधि विस्तार और उस पद पर स्थायी नियुक्ति होने तक इनके अस्पताल में बने रहने को लेकर विभाग से पत्राचार कर प्रयास तेज कर दिया है।

प्राचार्य डॉ. हीरा लाल महतो ने बताया, अस्पताल में कार्यरत 85 एसआर को लेकर प्रधान सचिव ने नया दिशा-निर्देश जारी करने की बात कही है। जानकारी के अनुसार विभिन्न विभागों में कार्यरत 24 एसआर की सेवा अगले माह और शेष एसआर की अगले तीन माह में सेवा समाप्त हो जाएगा। कार्यरत एसआर में से स्वास्थ्य सेवा संवर्ग के 13 एसआर अपने मूल पद पर लौट जाएंगे तो 11 एसआर बेरोजगार हो जाएंगे। विभागों में एसआर की संख्या कम होते ही यहां की पीजी सीट पर खतरा बढ़ जाएगा।

----------------- बिहार रेडक्रॉस में आंख का ऑपरेशन शुरू

पटना। बिहार रेडक्रॉस में मंगलवार से आंख का ऑपरेशन शुरू हो गया। कोरोना संकट के कारण बीच में ऑपरेशन बंद कर दिया गया था।

अध्यक्ष डॉ. विनय बहादुर सिन्हा का कहना है कि आख का ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। जरूरतमंद मरीज यहां पर लागत खर्च पर आंख का ऑपरेशन कराकर सस्ती दर पर चश्मा ले सकते हैं। यहां पर प्रतिदिन 15 मरीजों का ऑपरेशन किया जाएगा। यहां पर मोतियाबिंद के ऑपरेशन कराने के लिए 1500 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है। वहीं यहां पर 250 रुपये चश्मा का कीमत निर्धारित किया गया है। आंखों की जांच कर चश्मा प्रदान किया जाता है।

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