नए विवि के दाखिले और नौकरी में बिहार की महिलाओं को 33% आरक्षण, नीतीश कुमार होंगे चांसलर

bihar university news विधानसभा में विधेयकों को मंजूरी मिलने के साथ ही राज्य में मेडिकल और खेल विश्वविद्यालयों के निर्माण का रास्ता साफ हो गया। इनके साथ मंगलवार को आर्यभट्ट ज्ञान विवि संशोधन विधेयक को भी मंजूरी मिल गई।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 05:51 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 05:51 PM (IST)
नए विवि के दाखिले और नौकरी में बिहार की महिलाओं को 33% आरक्षण, नीतीश कुमार होंगे चांसलर
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार। जागरण आर्काइव।

राज्य ब्यूरो, पटना: विधानसभा में विधेयकों को मंजूरी मिलने के साथ ही राज्य में मेडिकल और खेल विश्वविद्यालयों के निर्माण का रास्ता साफ हो गया। इनके साथ मंगलवार को आर्यभट्ट ज्ञान विवि संशोधन विधेयक को भी मंजूरी मिल गई। अब इस विवि में नैनो टेक्नोलाजी, स्टेम सेल टेक्नोलाजी, जलवायु परिवर्तन, नदियों के बारे में अध्ययन और खगोल शास्त्र सहित 12 नए विषयों की पढ़ाई होगी। इन विषयों में उच्च स्तर के शोध किए जाएंगे। खास बात यह है कि इन विधेयकों के पारित होने के बाद अब इन विश्वविद्यालयों के चांसलर की भूमिका में राज्यपाल के बदले मुख्यमंत्री रहेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संशोधन प्रस्ताव पर हो रही चर्चा के दौरान कहा-आज से आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय अपने पूरे नाम के साथ ही जाना जाएगा। इसका पहले वाला संक्षिप्त नाम-एकेयू नहीं रहेगा। नए स्थापित होने वाले विश्वविद्यालयों के दाखिला से लेकर नियोजन तक में महिलाओं को 33 फीसद आरक्षण मिलेगा। इसका लाभ सिर्फ राज्य की महिलाएं उठा पाएंगी। 

संशोधन प्रस्ताव पेश करते हुए मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की परिकल्पना है। 2008 में जब पूरे देश में ज्ञान विश्वविद्यालयों की स्थापना की चर्चा चल रही थी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर यह राज्य में स्थापित हुई। उन्होंने कहा कि भविष्य में आधुनिक ज्ञान-विज्ञान से जुड़े और विषयों की पढ़ाई होगी। फिलहाल 12 नए विषय जुड़ गए हैं। संशोधन विधेयक के जरिए मेडिकल और इंजीनियङ्क्षरग की पढ़ाई को आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविदयालय से अलग कर दिया गया है। विपक्ष की गैर-मौजूदगी में संशोधन को ध्वनिमत से मंजूरी दी गई। 

बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय


स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए विधेयक पेश किया। इसे भी ध्वनिमत से मंजूरी मिली। पांडेय ने कहा कि राज्य के सभी सरकारी और निजी मेडिकल कालेजों के अलावा स्वास्थ्य शिक्षा से जुड़े अन्य सभी कालेज इसी विश्वविद्यालय से संबद्ध होंगे। जदयू विधायक पंकज मिश्रा के इस संशोधन को स्वीकार कर लिया गया कि स्वास्थ्य शिक्षा से जुड़े डीम्ड विश्वविद्यालय नए स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय से अलग रखे जाएं। विश्वविद्यालय का मुख्यालय पटना में रहेगा। 

खेल विश्वविद्यालय 


युवा, खेल एवं संस्कृति मंत्री आलोक रंजन ने बिहार खेल विश्वविद्यालय विधेयक पेश किया। उन्होंने बताया कि इस विधेयक के जरिए राज्य के पहले और देश के छठे खेल विश्वविद्यालय की स्थापना हो रही है। इसका मुख्यालय राजगीर में रहेगा। राजगीर स्थित स्पोर्टस एकेडमी को नए विश्वविद्यालय का अंग बनाया गया है। उन्होंने इसकी स्थापना के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति आभार व्यक्त किया। रंजन ने बताया कि राज्य के सभी सरकारी और गैर-सरकारी खेल एवं शारीरिक शिक्षण संस्थान इस विवि से संबद्ध होंगे। 

विशेषज्ञ होंगे कुलपति


आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय, स्वास्थ्य विश्वविद्यालय और खेल विश्वविद्यालय के कुलपति अपने-अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ होंगे। इनके चयन के लिए अगल-अलग पैनल बनेंगे। पैनल की सिफारिश पर चांसलर की हैसियत से मुख्यमंत्री कुलपति का चयन करेंगे। इस हैसियत से मुख्यमंत्री इन विश्वविद्यालयों की दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करेंगे। समय रहने पर वे सीनेट की बैठकों की अध्यक्षता भी कर सकते हैं। वे विश्वविद्यालय के किसी मामले की जांच का आदेश दे सकते हैं। 

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