आर्केस्ट्रा के नाम पर गोपालगंज में हो रहा गंदा काम, दिल्ली की टीम ने चार महिलाओं को कराया मुक्त
बिहार के गोपालगंज में पश्चिम बंगाल की चार महिलाओं को बंधक बनाकर उनसे गलत काम करवाया जा रहा था। दिल्ली के एक एनजीओ को इसकी खबर लगी तो उसे स्थानीय प्रशासन से संपर्क कर सभी को मुक्त कराया।
गोपालगंज, जागरण संवाददाता। बिहार के विभिन्न हिस्सों में ऑर्केस्ट्रा पार्टी (Cultural Program Organizer) के नाम पर मानव तस्करी (Human Trafficing) का धंधा थमने का नाम नहीं ले रहा है। सबसे आश्चर्यजनक तो यह है कि इस धंधे की भनक दिल्ली में बैठे एनजीओ के संचालकों को लग जाती है, लेकिन स्थानीय प्रशासन और पुलिस सबकुछ जानकर भी आंखें मूंदे रहती है। गोपालगंज जिले में गुरुवार को ऐसा ही मामला सामने आया, जहां दिल्ली से आई एक एनजीओ की टीम की सूचना पर पुलिस ने पश्चिम बंगाल के हुगली से लाई गई चार महिलाओं को मुक्त कराया गया।
विजयीपुर थाना के कुटिया गांव में हुई छापेमारी
दिल्ली से आई मिशन मुक्ति फाउंडेशन, रेस्क्यू फाउंडेशन तथा चाइल्ड लाइन की टीम की पहल पर महिला थाना पुलिस के साथ विजयीपुर थाना क्षेत्र के कुटिया गांव में एक घर में छापेमारी कर पश्चिम बंगाल के हुगली से लाकर बंधक बनाकर रखी गई एक बच्ची सहित चार महिलाओं को मुक्त कराया गया है। इस दौरान पुलिस ने एक आर्केस्ट्रा संचालक सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की कार्रवाई
दिल्ली स्थित मिशन मुक्ति फाउंडेशन के निदेशक वीरेंद्र कुमार सिंह को जानकारी मिली कि पश्चिम बंगाल के हुगली की एक नाबालिग लड़की सहित चार महिलाओं को मानव तस्कर गोपालगंज में बंधक बनाकर रखे हैं। इन्होंने इसकी सूचना राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कन्नुगो को दी। इसके बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग तथा मिशन मुक्ति फाउंडेशन गोपालगंज में महिलाओं को कहां बंधक बनाकर रखा गया है, इसका पता लगाने में जुट गई।
मोबाइल लोकेशन के आधार पर पहुंची पुलिस
मोबाइल लोकेशन के आधार पर पता लगाया गया। एसपी आनंद कुमार से मिलकर उन्हें जानकारी दी गई। पुलिस टीम ने विजयीपुर थाना क्षेत्र के कुटिया गांव में छापेमारी कर नाबलिग लड़की सहित चार महिलाओं को मुक्त कराया। पुलिस ने न्यू आर्केस्ट्रा संचालक अमित कुमार तथा कुटिया गांव निवासी दरोगा यादव को गिरफ्तार कर लिया।