Navratri 2021: सुकर्मा व धृति योग में महानवमी आज, विजयादशमी कल, माता की भक्‍त‍ि में डूबे पटनावासी

Navratri 2021 हवन व कन्या पूजन के साथ आज होगा नवरात्र का समापन। विजयादशमी को देवी की विदाई कर जयंती धारण कर नए कार्य का आरंभ। मां की विदाई गज पर होने से अगले साल भर तक अच्छी बारिश के आसार हैं जिसके कारण फसलों की उपज ठीक होगी।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 07:04 AM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 07:04 AM (IST)
Navratri 2021: सुकर्मा व धृति योग में महानवमी आज, विजयादशमी कल, माता की भक्‍त‍ि में डूबे पटनावासी
गर्दनीबाग के एक पंडाल में माता की आरती करते सीएम नीतीश कुमार। जागरण

पटना, जागरण संवाददाता। Navratri 2021: शारदीय नवरात्र में लोग पूरी तरह माता दुर्गा की आराधना में तल्‍लीन हैं। हर ओर मंत्रों और भक्ति‍गीतों की गूंज है। आज नवमी पूजन किया जा रहा है। घरों से लेकर पूजा पंडाल तक कन्‍या पूजन की तैयारी हो रही है। हवन भी किया जाएगा। नवरात्र के आठवें दिन बुधवार को मां गौरी की पूजा घरों से लेकर मंदिरों में विधि-विधान के साथ संपन्न हुई। वहीं गुरुवार को सर्वसिद्धि प्राप्ति के लिए सुकर्मा व धृति योग में नवदुर्गा के अंतिम स्वरूप सिद्धिदात्री की पूजा कर नवरात्र का समापन किया जाएगा। श्रद्धालु कुंवारी कन्या का पूजन कर उनका आशीष प्राप्त करेंगे। विजयादशमी (Vijayadashami) का पर्व शुक्रवार को मनाया जाएगा।  इस दिन देवी की विदाई कर जयंती धारण कर देवी का आशीर्वाद भक्‍त लेंगे और नए कार्य की शुरुआत करेंगे। ज्‍योतिष आचार्य ने बताया कि मां का आगमन डोली पर और उनकी विदाई हाथी पर होना शुभ माना गया है। आचार्य ने बताया कि जगत जननी के नौ रूपों में सबसे अंतिम देवी माता सिद्धिदात्री की उपासना करने से सर्वसिद्धि की प्राप्त होती है।

विजयादशमी पर बना है शुभ संयोग 

पंडित राकेश झा ने पंचांगों के हवाले से बताया कि आश्विन शुक्ल दशर्मी को सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ रवियोग का पुण्यकारी संयोग बन रहा है। इस योग में विजयादशमी का पर्व लोगों के लिए शुभ होगा। आचार्य पीके युग ने बताया कि मां की विदाई गज यानी हाथी पर होने से अगले साल भर तक प्रदेश में अच्छी बारिश के आसार हैं जिसके कारण फसलों की उपज ठीक होगी। 

घर बैठे रामलीला व रावण  वध का ले सकते हैं आनंद

कोरोना संक्रमण को देखते हुए गांधी मैदान में होने वाला रावण वध का भव्य आयोजन कालिदास रंगालय में होगा। वहीं रंगालय में ही रामलीला व भरत मिलाप का आयोजन होगा। दशहरा कमेटी ट्रस्ट के अध्यक्ष कमल नोपानी ने बताया कि 14 अक्टूबर को होने वाला रामलीला, 15 अक्टूबर को रावण वध एवं 16 को भरत मिलाप आदि सभी कार्यक्रम कालिदास रंगालय में होगा। बिहार आर्ट थियेटर के सचिव अभिषेक रंजन ने बताया कि सारे कार्यक्रम का आनंद लोग घर बैठे इंटरनेट मीडिया के जरिए प्राप्त कर सकते हैं। इंटरनेट मीडिया के जरिए कलाकारों का बेहतर अभिनय रामलीला के दौरान देखने को मिलेगा। 

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