Nalanda Crime: कल तक जो थे चाचा और भैया, उन्‍हें दौड़ा-दौड़ाकर मारी गोली, हर तरफ है मातम

खेत की मेड़ से लेकर घर के गलियारे तक पड़ीं थी लाशें दो दशक पुराना विवाद हमलावरों ने बुला रखे थे भाड़े के बदमाश। दौड़ाकर मारी गईं गोलियां। पांच की मौत। तीन घायल। गांव में पसरा हुआ है मातम

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 08:07 AM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 08:07 AM (IST)
Nalanda Crime: कल तक जो थे चाचा और भैया, उन्‍हें दौड़ा-दौड़ाकर मारी गोली, हर तरफ है मातम
घटना के बाद गांव में पहुंची पुलिस। जागरण

बिहारशरीफ, जागरण संवाददाता। लोदीपुर गांव में कल तक जो चाचा व भैया थे, वे बुधवार को एक-दूसरे के खून के प्यासे हो गए। दो परिवारों में दो दशक से चले आ रहे 50 बीघे जमीन के विवाद की परिणति पांच लाशों के रूप में सामने आई। गुड्डू यादव, महेंद्र यादव, नीतीश व इंदु यादव के पक्ष के लोग भाड़े के बदमाशों को बुलवा विवादित जमीन की जोताई करने गए थे। जयदेव के पक्ष के लोग जब उन्हेंं रोकने गए तो उन पर गोलियां बरसाई गईं, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई। यदु यादव, पिंटू यादव, महेश यादव, धीरेंद्र यादव व शिवेंद्र यादव मारे गए। महेश व धीरेंद्र यादव यदु यादव के पुत्र थे। इस तरह पिता व दो पुत्रों की हत्या हो गई। 

मामला चल रहा था कोर्ट में 

बताया गया कि दोनों पक्ष में विवाद रोकने के लिए दो बार थाने की दखल से पंचायती की कोशिश हुई थी। पुलिस ने तीन महीने पहले दोनों पक्ष को जमीन जोतने से मना किया था। मामला कोर्ट में चल रहा था। एक पक्ष हरवे-हथियार से लैस होकर तैयारी से आया था। मौके की स्थिति बयां कर रही कि एक गुट के लोगों ने जान बचाने की भरपूर कोशिश की थी, परंतु उन्हेंं दौड़ा-दौड़ाकर गोलियां मारी गईं। किसी का शव खेत की मेड़ पर पड़ा था तो कोई घर के गलियारे में ढेर था। पूरे गांव में अजीब-सा सन्नाटा था। डीएसपी सोमनाथ के नेतृत्व में हुई छापेमारी में एक घर में छुपे दो आरोपितों को हिरासत में लिया गया है, लेकिन मुख्य आरोपित भाग निकला। दर्जनभर हथियारों का इस्तेमाल हुआ और अब तक एक भी जब्त नहीं किया जा सका है। 

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देर रात शव उठा सकी पुलिस 

पांच हत्याओं के बाद ग्रामीण पोस्टमार्टम के लिए शव नहीं उठने दे रहे थे। छबीलापुर में ही सड़क जाम कर पुलिस का जबरदस्त विरोध हो रहा था। अंतत: रात साढ़े आठ बजे पुलिस सभी पांच शव उठाने में कामयाब रही। सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है।

मृतकों के आश्रितों को मुआवजा व नौकरी मिले

बिहार शांति मिशन के अध्यक्ष पूर्व विधायक रामनरेश सिंह ने कहा कि यह हत्याकांड शासन की असफलता है। अफसर जमीन विवाद का हल निकालने के प्रति गंभीर नहीं हैं। मृतकों के आश्रितों को दस लाख रुपये मुआवजा व नौकरी देने की मांग की है।

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