संग्रहालय की वेबसाइट अपडेट नहीं, अद्यतन तथ्यों से महरूम रहते दर्शक
संग्रहालय के अंदर जाने के बाद इतिहास और भिन्न-भिन्न संस्कृतियों के दर्शन होते हैं।
जागरण संवाददाता, पटना : संग्रहालय के अंदर जाने के बाद इतिहास और भिन्न-भिन्न संस्कृतियों के बारे में जानने का मौका आसानी से मिला है। लिहाजा, अगर अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस के मौके पर राजधानी के दोनों संग्रहालय पटना म्यूजियम व बिहार म्यूजियम की कुछ कमियों में सुधार कर लिया जाए तो दोनों संग्रहालय अंतरराष्ट्रीय फलक पर अपना नाम रोशन करने में पीछे नहीं होंगे। संग्रहालय में ऐसी कई खास चीजें हैं, जो लोगों को अपनी तरफ आसानी से आकर्षित करती हैं, लेकिन म्यूजियम प्रशासन की कुछ कमियां लोगों को अखरती हैं। थ्री-डी गैलरी से आकर्षित होंगे संग्रहालय पहुंचने वाले दर्शक :
बिहार म्यूजियम में दर्शकों को इतिहास से जोड़े रखने के लिए कई आकर्षित प्वॉइंट बनाए गए हैं। जहां जाने के बाद लोग आसानी से गैलरी की खासियत और इतिहास से जुड़ी बातों को जान सकते हैं। बिहार म्यूजियम के निदेशक दीपक आंनद के अनुसार म्यूजियम की पूरी गैलरी को थ्री-डी तकनीक से लैस किया जाएगा, जिससे म्यूजियम में आने वाले दर्शकों को इतिहास को समझने में आसानी हो और वो अलग-अलग संस्कृतियों से रूबरू होते रहें। एक साल पहले की योजना आज तक नहीं हुई शुरू :
पिछले साल लॉकडाउन में ही म्यूजियम की डिजिटल सैर की शुरुआत होने की बात हुई थी, लेकिन एक साल बाद भी ये सिर्फ प्लान में ही शामिल हो पाया। अगर इसे शुरू कर दिया जाता है तो घर बैठे कई लोग आसानी से म्यूजियम की सैर कर सकते थे। म्यूजियम के अधिकारियों का कहना है कि सारी प्रक्रिया हो गई है और कुछ दिनों में म्यूजियम की डिजिटल सैर को भी शुरू कर दिया जाएगा। दोनों संग्रहालयों के पास नहीं है अपडेट वेबसाइट :
पटना संग्रहालय और बिहार संग्रहालय की वेबसाइट आज तक सही तरीके से अपडेट नहीं हो पाई है। संग्रहालय की वेबसाइट को खोलने के बाद संस्थान से जुड़ी कोई भी जानकारी प्राप्त नहीं होती है। बिहार म्यूजियम की वेबसाइट पर थोड़ी-बहुत जानकारी तो मिलती है, लेकिन पटना संग्रहालय की गैलरी के बारे में कोई भी जानकारी उसकी वेबसाइट पर नहीं मिलती है। -----------
-बिहार संग्रहालय की गैलरी में भी जारी है अब तक कार्य
-सुधर जाएं दोनों संग्रहालयों की कमियां तो अंतरराष्ट्रीय फलक पर होंगे रोशन
-----------