जदयू में शामिल होने वाले थे दादर-नगर हवेली के सांसद, उससे पहले कर ली आत्महत्या
दादरा नगर-हवेली में आयोजित शोकसभा में नालंदा के सांसद कौशलेंद्र ने कहा कि मोहन डेलकर नीतीश कुमार के कार्यों और जदयू की नीतियों से काफी प्रभावित थे। वह जल्द ही जदयू में शामिल भी होने वाले थे मगर उससे पहले ही वे इस दुनिया में नहीं रहे।
जागरण टीम, नालंदा। नालंदा से जदयू सांसद कौशलेंद्र कुमार रविवार को दादर नगर-हवेली पहुंचे। यहां दादर नगर-हवेली के दिवगंत सांसद मोहन डेलकर की आकस्मिक पर मौत पर आयोजित शोकसभा में शामिल हुए। सांसद कौशलेंद्र बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर उनके प्रतिनिधि के रूप में दादर नगर-हवेली पहुंचे थे। कौशलेंद्र ने कहा कि मोहन डेलकर नीतीश कुमार के कार्यों और जदयू की नीतियों से काफी प्रभावित थे। वह जल्द ही जदयू में शामिल भी होने वाले थे, मगर उससे पहले ही वे इस दुनिया में नहीं रहे। कौशलेंद्र ने डेलकर की मौत की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
डेलकर का जाना बड़ी क्षति
कौशलेंद्र ने कहा कि अबतक सात बार दादर नगर-हवेली का लोकसभा में प्रतिनिधित्व करने वाले सांसद मोहन सांझीभाई डेलकर का ऐसे जाना हमारे लिए बड़ी क्षति है। सांसद कौशलेंद्र ने दिवगंत सांसद के स्वजनों, उनके प्रतिनिधि, समर्थक और उनके कार्यकर्ता से मिलकर गहरी संवेदना जताई। साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का संवेदना संदेश भी उन्हें सुनाया।
कई दिनों हजारों बिहारियों को कराया था भोजन
इस भावुक पल में उन्होंने दिवंगत सांसद के साथ बिताए गए अपने कुछ अच्छे पलों को याद किया। कौशलेंद्र ने बताया की मेरे संसदीय मित्रों में मोहन डेलकर काफी करीबी थे। लॉकडाउन में मोहन जी ने नालंदा एवं बिहार के लगभग 2500 लोगों को मेरे अनुरोध पर कई दिनों तक मुफ्त भोजन करवाया था। उनका विचार, व्यवहार, स्वभाव काफी उत्तम था। इसी वजह से वह अपने क्षेत्र में काफी लोकप्रिय थे और 2019 के लोकसभा चुनाव में निर्दलीय चुनाव जीते थे। वे नीतीश कुमार के कार्यों और जदयू की नीतियों से काफी प्रभावित थे। वह जल्द ही जदयू में शामिल भी होने वाले थे। अंत में सांसद ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर मोहन डेलकर की आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना की। साथ ही उन्होंने सरकार से मांग भी की कि इस घटना की उच्चस्तरीय जांच हो।