दशहरे पर उम्मीद से ज्यादा आए खरीदार, करोड़ों की बिक्री से उबर गया पटना का कपड़ा बाजार

नए डिजाइन फैंसी और डिजाइनर कपड़े पटना के लोगों की पहली पसंद बने। राजधानी में बच्चों के कपड़े सबसे ज्यादा बिके। युवाओं को रेडीमेड कपड़े अधिक पसंद आए। त्योहार के अवसर पर पटना में प्रतिदिन 15 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हुआ।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 07:35 PM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 07:35 PM (IST)
दशहरे पर उम्मीद से ज्यादा आए खरीदार, करोड़ों की बिक्री से उबर गया पटना का कपड़ा बाजार
खरीदारी के लिए दुकान में साड़ी देखती महिला। जागरण आर्काइव।
जागरण संवाददाता, पटना: कपड़ा बाजार पर दुर्गापूजा का रंग चढ़ गया। कोरोना काल से पहले जैसा कारोबार इस बार हुआ। नए डिजाइन, फैंसी और डिजाइनर कपड़े पहली पसंद बने रहे। बच्चों के कपड़े सबसे ज्यादा बिके। युवाओं को रेडीमेड कपड़े अधिक पसंद आए। त्योहार के अवसर पर पटना में प्रतिदिन 15 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हुआ। 
 
एक सप्ताह से कपड़ा बाजार में निकली अच्छी ग्राहकी
लगभग एक सप्ताह से कपड़ा बाजार में अच्छी ग्राहकी निकली। त्योहारी सीजन में बिक्री की रफ्तार और तेज हो गई। कोरोना काल में पहली बार दुर्गापूजा पर घूमने का मौका मिला है तो उत्साह कुछ अधिक ही रहा। कपड़ा विक्रेताओं का कहना है कि लोगों ने खुलकर खरीदारी की। रेडीमेड, ब्रांडेड कपड़ों की बिक्री उम्मीद से अधिक हुई। बच्चों के भी कपड़े हाथों-हाथ बिके। 
 
कपड़ों की कीमत में नहीं हुई है वृद्धि 
खेतान मार्केट के रंजीत सिंह ने कहा कि दुर्गापूजा के बाजार में बच्चों के कपड़ों, रेडीमेट, शर्टिंग-सूर्टिंग की अधिक खरीदारी हुई। लग्न को लेकर लहंगा, सूट, शेरवानी, साड़ियों आदि भी खूब बिकीं। बाजार के जानकार विष्णु जालान ने कहा कि कपड़ों की कीमत में वृद्धि नहीं हु़ई है। नया स्टाक मिल रहा है। नई डिजाइनें में कपड़े आए हैं। इससे ग्राहकी को बल मिला। दो साल से कपड़ा बाजार में ग्राहकी दबी हुई थी लेकिन अब पटरी पर आ गई। 60 से 70 फीसद कपड़े मीडियम रेंज में बिके, जबकि 30 से 40 फीसद ऊंची कीमत वाले कपड़े बिके। 
 
खास बातें
- नए डिजाइन वाले कपड़ों को ग्राहकों ने दी तरजीह, फैंसी और डिजाइनर कपड़े बने पहली पसंद
- बच्चों के कपड़ों की रही सर्वाधिक बिक्री, युवाओं ने रेडीमेड कपड़ों को किया अधिक पसंद
 
हथुआ मार्केट में भी खरीदारी को उमड़ी भीड़

हथुआ मार्केट के कपड़ा व्यवसायी मुकेश जैन ने कहा कि कारोबार संतोषजनक रहा। शहर में जगह-जगह कपड़ों के मेले भी लगे। यहां भी जबरदस्त भीड़ देखने को मिली। अनुमान है कि त्योहारी सीजन में प्रतिदिन 15 करोड़ रुपये से अधिक के कपड़े का कारोबार हुआ। इसमें ब्रांडेड, गैर ब्रांडेड और मेले की भी बिक्री शामिल है। 
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