बिहार में लॉकडाउन मोबाइल को नहीं दे सका झटका, लैपटॉप की भी बनी हुई है डिमांड

कोरोना संकट के कारण लागू लॉकडाउन के कारण दुकानें नहीं खुल रही हैं इसलिए मोबाइल लैपटॉप व कंप्यूटर की बिक्री भी सामान्य नहीं रह गई है लेकिन बिहार में कारोबार की गति संतोषजनक है। खासतौर से मोबाइल बाजार को लॉकडाउन से झटका नहीं मिला है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 06:04 AM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 06:15 AM (IST)
बिहार में लॉकडाउन मोबाइल को नहीं दे सका झटका, लैपटॉप की भी बनी हुई है डिमांड
बिहार में लैपटॉप और मोबाइल की बिक्री कम नहीं हुई है। प्रतीकात्मक तस्वीर।

जागरण संवाददाता, पटनाः कोरोना संकट के कारण लागू लॉकडाउन के कारण दुकानें नहीं खुल रही हैं, इसलिए मोबाइल, लैपटॉप व कंप्यूटर की बिक्री भी सामान्य नहीं रह गई है, लेकिन बिहार में कारोबार की गति संतोषजनक है। खासतौर से मोबाइल बाजार को लॉकडाउन से झटका नहीं मिला है, जबकि घर से काम करने के कारण लैपटॉप की मांग भी बरकरार है।

मोबाइल बाजार 

बिहार के मोबाइल बाजार में 90 से 100 करोड़ रुपये का मासिक कारोबार होता है। अधिकांश लोगों के हाथ में फोन व स्मार्टफोन पहुंचने की वजह से यह बाजार धीरे-धीरे संकुचित हो रहा है। लेकिन कोरोना काल से यह संकुचन दूर हुआ है। बाजार के जानकार राजन आर्या ने कहा, पिछले साल मोबाइल बाजार वर्क फ्रॉम होम और ऑनलाइन शिक्षा पद्धति की वजह से दोगुने के करीब पहुंच गया था। इस साल बिक्री में कमी आने की आशंका थी, क्योंकि पिछले साल अधिकांश लोगों की जरूरतें पूरी हो गई थीं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कोरोना की दूसरी लहर से भी मोबाइल बाजार को एक तरह से फायदा ही हुआ है। बिक्री गिरी नहीं है। मोबाइल का बाजार 100 करोड़ रुपये मासिक के आसपास ही टिका हुआ है। अंतर सिर्फ इतना है कि 80 फीसद बिक्री ऑनलाइन हो रही है। लॉकडाउन खुलते ही बाजार में रौनक लौट आएगी।

लैपटॉप बाजार 

बिहार में मासिक तौर पर करीब 30 हजार लैपटॉप की बिक्री होती है। साथ ही 10 हजार के करीब डेस्कटॉप की भी मांग रहती है। पिछले साल लॉकडाउन खुलते ही दबी हुई बिक्री उभर गई और इसमें भारी वृद्धि दर्ज की गई। एचपी वल्र्ड के डीलर मयंक जायसवाल ने कहा, लैपटॉप हो या कंप्यूटर, पिछले साल कोरोना काल में अ'छा ऑर्डर मिला। उम्मीद से बेहतर कारोबार हुआ। इस साल वैसी मांग नहीं है। फिर भी डिमांड अ'छी दिखाई दे रही है। पिछले साल लैपटॉप के लिए औसतन रोज 30 फोन आते थे, लेकिन इस साल 10 से 12 फोन आ रहे हैं। उम्मीद दिखाई दे रही है। कस्टमर बने हुए हैं। लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं। जानकारों का कहना है कि इस बार लैपटॉप की ऑनलाइन डिलीवरी भी हो रही है  लेकिन असली ग्रोथ लॉकडाउन खुलने के बाद दिखाई देगी।

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