पटना के बस अड्डे को 15 जुलाई तक हर हाल में किया जाएगा शिफ्ट, प्रमंडलीय आयुक्त ने निरीक्षण के बाद किया दावा
पटना के यात्री बैरिया स्थित पाटलिपुत्र अंतर राज्यीय बस टर्मिनल से ही वाहन पकड़ेंगे। इस नए बस स्टैंड को सभी आधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाया जा रहा है। यहां रेलवे स्टेशन की तरह यात्रियों के लिए प्रतीक्षालय प्लेटफॉर्म अनाउंसमेंट सिस्टम सहित शौचालय और जन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी।
पटना, राज्य ब्यूरो। Patna New Inter State Bus Terminal News: बिहार की राजधानी पटना से बस पकड़ने वालों को अब मीठापुर बस स्टैंड में उड़ती धूल और बरसात में कीचड़ व जलजमाव का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस बस स्टैंड को 15 जुलाई तक पूरी तरह बंद करने पर प्रशासन कायम है। अब पटना के यात्री बैरिया स्थित पाटलिपुत्र अंतर राज्यीय बस टर्मिनल से ही वाहन पकड़ेंगे। इस नए बस स्टैंड को सभी आधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाया जा रहा है। यहां रेलवे स्टेशन की तरह यात्रियों के लिए प्रतीक्षालय, प्लेटफॉर्म, अनाउंसमेंट सिस्टम सहित शौचालय और जन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी।
15 जून से नालंदा, नवादा, शेखपुरा व जमुई के लिए बसों का परिचालन
प्रधान सचिव मीठापुर बस स्टैंड भी पहुंचे। उन्होंने फिर दोहराया कि मीठापुर बस स्टैंड को 15 जुलाई तक पूरी तरह बंद करते हुए पाटलिपुत्र बस टर्मिनल, बैरिया में शिफ्ट कर दें। अधिकारियों को 15 जून से नालंदा, नवादा, शेखपुरा व जमुई जिले की बसों का परिचालन पाटलिपुत्र बस टर्मिनल से करने को लेकर आवश्यक तैयारियां करने का भी निर्देश दिया। बारिश के मौसम को ध्यान में रखते हुए बुडको के प्रबंध निदेशक को ट्राली माउंटेड पंप की सुविधा सुनिश्चित करने को कहा गया, ताकि बारिश में काम नहीं रुके।
नए बस पड़ाव में काम की सुस्त गति पर जताई नाराजगी
नए बस पड़ाव का निरीक्षण करने पहुंचे नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर ने सुस्त काम पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने संबंधित पदाधिकारियों को 30 जून के पहले टर्मिनल के बस संचालन से जुड़े कामों को पूरा करने का निर्देश दिया। प्रधान सचिव ने कहा कि पिछली बार के निरीक्षण के बाद कार्यों में अपेक्षित प्रगति नहीं हुई है, जिसमें ठीकेदार की लापरवाही दिखती है। इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पाटलिपुत्र बस टर्मिनल का काम धीमा, ठीकेदार जाएगा काली सूची में
उन्होंने ठीकेदार को अविलंब कारण बताओ नोटिस जारी करने के लिए कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त उसे ब्लैक-लिस्टेड (काली सूची में डालना) करने की प्रक्रिया भी शुरू करने को कहा। तय समय पर काम पूरा नहीं होने पर ठीकेदार के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया।