पटना के बड़े होटल में कोलकाता की एंकर से सामूहिक दुष्कर्म, जबरन खिलाई गर्भनिरोधक गोलियां
पटना के एक चर्चित होटल में दो जुलाई की रात कोलकाता की रहने वाली इवेंट एंकर के साथ दो युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। इस घटना के करीब ढाई महीने बाद भी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो पाइ है।
पटना, आनलाइन डेस्क। पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र के एक चर्चित होटल में कोलकाता की रहने वाली एंकर के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। घटना दो जुलाई की रात की है। इसकी एफआइआर पहले पश्चिम बंगाल के जादवपुर थाने में फिर पटना के गांधी मैदान थाने में दर्ज की गई। इस मामले में मुजफ्फरपुर के रहने वाले इवेंट कंपनी के संचालक हर्ष रंजन और उसके साथ विक्रांत केजरीवाल को आरोपित किया गया है। लेकिन घटना के करीब ढाई महीने बाद आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। गांधी मैदान थाना पुलिस दोनों आरोपितों की तलाश में तीन बार मुजफ्फरपुर में छापेमारी कर चुकी है। लेकिन उन्हें अभी तक उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। गांधी मैदान थाना प्रभारी रंजीत वत्स ने बताया कि तकनीकी सर्विलांस से आरोपितों पर पुलिस नजर रख रही है। जल्द उन्हें दबोच लिया जाएगा।
चार जुलाई को जादवपुर थाने में कराई प्राथमिकी
एफआइआर के अनुसार हर्ष रंजन किंग मीडिया एंटरटेनमेंट का प्रोपराइटर है। इवेंट एंकर का काम वह करती है। इसी सिलसिले में उससे मुलाकात हुई। पहले भी दो बार उसके लिए काम किया। कुछ दिनों पूर्व उसने काल कर कहा कि 30 जून से दो जुलाई तक काम करना है। उसके बुलावे पर पटना आई। यहां एक बड़े होटल में शादी समारोह में उसने काम किया। इस दौरान उसे पास के ही होटल में ठहराया गया था। लेकिन दो जुलाई की रात जब कार्यक्रम खत्म हुआ तो उसे कार्यक्रम स्थल वाले होटल में रोक लिया गया।
पत्नी को प्रेग्नेंट बता जबरन बनाया संबंध
वह एक कमरे में थी। इसी दौरान देर रात पेमेंट देने के बहाने हर्ष उसके कमरे में पहुंचा। उसने इधर-उधर की बातें कीं। फिर कहा कि उसकी पत्नी प्रेग्नेंट है। वह उसके साथ संबंध बनाना चाहता है। इसका विरोध किया तो हर्ष ने जबरन उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद विक्रांत ने भी ऐसा ही किया। वारदात के बाद दोनों ने जान से मारने की धमकी दे उसे चुप रहने को कहा था।
मुजफ्फरपुर के रहने वाले हैं दोनों आरोपित
एंकर ने आरोप लगाया है कि घटना के अगले दिन पटना जंक्शन पर छोड़ने के दौरान जबरन उसे गर्भनिरोधक दवा भी खिलाई गई। डर के मारे पीड़िता ने पटना में पुलिस को कुछ नहीं बताया था। कोलकाता पहुंचने के अगले दिन पश्चिम बंगाल के जादवपुर थाने में उसने दोनों के खिलाफ दुष्कर्म की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। वहां की पुलिस ने जीरो एफआइआर कर मामले को गांधी मैदान थाने भेज दिया। पटना पुलिस ने 17 जुलाई को पीड़िता का बयान फोन पर दर्ज किया। पीड़िता 29 जुलाई को पटना पहुंची तो कोर्ट में 164 का बयान दर्ज कराया गया।