महिला टीकाकर्मियों से कहा- मेरे घर चलो, नहीं मानीं तो सारण में कोविड वैक्सीन की वायल लेते गए दबंग
बिहार में अगस्त के महीने में काफी तेज गति से कोविड टीकाकरण का अभियान चला है। सरकार ने दिसंबर तक छह करोड़ लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित किया है और जुलाई-अगस्त की रफ्तार अगर कायम रही तो इसे पाना मुश्किल नहीं होगा।
दिघवारा (सारण), संवाद सूत्र। बिहार में अगस्त के महीने में काफी तेज गति से कोविड टीकाकरण का अभियान चला है। सरकार ने दिसंबर तक छह करोड़ लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित किया है और जुलाई-अगस्त की रफ्तार अगर कायम रही तो इसे पाना मुश्किल नहीं होगा। इधर, टीकाकरण अभियान के दौरान एक से बढ़कर एक अजीब घटनाएं सामने आ रही हैं। पटना जिले के एक गांव में कुछ हफ्ते पहले एक महिला को 10 मिनट के अंदर कोवैक्सीन और कोविशील्ड दोनों ही वैक्सीन की डोज लगा दी गई तो कई जगह दूसरी डोज में वैक्सीन बदलकर दे दी गई। अब सारण जिले के दिघवारा में कुछ लोगों ने टीकाकर्मियों को घर ले जाने की जिद पकड़ ली।
मेगा वैक्सीनेशन के तहत दिघवारा प्रखंड के त्रिलोकचक पंचायत के मनरेगा भवन से स्वास्थयकर्मियों से जबरन कोरोना वैक्सीन की डोज लेकर चले जाने का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो देख स्थानीय अस्पताल प्रशासन हरकत में आ गया है। पूरे प्रकरण की लिखित शिकायत स्थानीय थाने में की गई है। अस्पताल प्रशासन ने आवेदन में बताया गया कि वैक्सीनेशन को लेकर त्रिलोकचक मनरेगा भवन मे चलाए गए मेगा कैंप में स्वाथ्यकर्मियों के कार्य में व्यवधान डालते हुए मारपीट करने व कोरोना वैक्सीन की दो वायल स्थानीय लोग लेते चले गए।
सीएचसी प्रभारी डा. रोशन कुमार ने आवेदन में बताया कि बीते मंगलवार को मेगा कैंप के तहत त्रिलोकचक पंचायत के मनरेगा भवन में वैक्सीनेशन का कार्य चल रहा था। इसी बीच स्थानीय लालबाबू सिंह और मनीष कुमार गुप्ता ने कुछ असामाजिक तत्वों के साथ वैक्सीनेशन प्रोग्राम में पहुंचे और वहां कार्यरत एएनएम उषा गुप्ता तथा एएनएम कुमारी मीना को कहा कि वे उनके घर चलकर परिवार के सदस्यों को टीका लगाएं। स्वास्थ्यकर्मियों के मना करने पर उनके साथ बदसलूकी की और दबाव बनाने लगे। स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा इन्कार करने पर मनीष कुमार ने मारपीट की। धमकी देते हुए कोरोना के दो वायल लेकर फरार हो गए। दबाव डाले जाने पर उन्होंने खाली वायल लौटा दिया।