पटना में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने कहा, अल्पसंख्यक कोचिंग योजना में बढ़ेगी युवाओं की भागीदारी
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मो. जमा खान ने बताया कि अल्पसंख्यक कोचिंग योजना का सकारात्मक परिणाम सामने आ रहा है। इसमें अधिक से अधिक युवाओं की भागीदारी बढ़ाई जाएगी। ताकि अधिक से अधिक अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र सरकारी नौकरी प्राप्त कर सकें।
पटना, राज्य ब्यूरो। वर्ष 2010 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अल्पसंख्यक कोचिंग योजना (Minorities Coaching Scheme) शुरू की थी। इसके तहत निशुल्क आवासीय कोचिंग कार्यक्रम में युवाओं की भागीदारी बढ़ाई जाएगी, ताकि उन्हें सरकारी नौकरियों की प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए तैयारी में मदद मिल सके। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मो. जमा खान (Minister of Minorities Welfare Md Zama Khan) ने मंगलवार को हज भवन में पत्रकारों को इसकी जानकारी दी।
कोचिंग शुरू किए जाने का सकारात्मक परिणाम
उन्होंने बताया कि इस योजना के सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं। कोचिंग कार्यक्रम में शामिल युवाओं में से 124 अभ्यर्थियों ने इस साल पुलिस अवर निरीक्षक की शारीरिक दक्षता जांच परीक्षा में सफलता पाई है। उनमें 107 पुरुष और 17 महिला हैं। 55 अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा के अंक के आधार पर पुलिस अवर निरीक्षक की अंतिम मेधा सूची में चयनित हुए हैं। उनमें 44 पुरुष और 11 महिला हैं।
अब तक 1144 ने पाई है सफलता
उन्होंने बताया कि अब तक कोचिंग पाने वालों में से 1,144 युवाओं को बिहार पुलिस में दारोगा, कांस्टेबल और समकक्ष पदों पर नियुक्ति हो चुकी है। उनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी हैं, जिससे इस समुदाय की पढ़ी-लिखी लड़कियों में सरकारी नौकरियों में जाने हेतु आत्मविश्वास बढ़ा है।बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में भी कई छात्रों ने सफलता पाई है। पत्रकार सम्मेलन में हज कमेटी के अध्यक्ष हाफिज इलियास, अल्पसंख्यक वित्त निगम के निदेशक मोइउद्दीन और हज भवन के सीईओ राशिद खान मौजूद थे।
क्या है अल्पसंख्यक कोचिंग योजना
गौरतलब है कि बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की ओर से मुफ्त कोचिंग कराई जाती है। यह कोचिंग पटना में हज भवन के अलावा दरभंगा, मोतिहारी, किशनगंज और भागलपुर जिले भी संचालित हैं। इसमें प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कराई जाती है। इन कोचिंग केंद्रों में बीपीएससी, बीएसएसी, सिपाही भर्ती समेत अन्य प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी में लगे छात्रों का बेहतर मार्गदर्शन होता है। नेट व जेआरएफ की तैयारी भी कराई जाती है।