बिहारः अनावश्यक बयानबाजी पर मुकेश सहनी को करना पड़ा ट्वीट, NDA को याद दिलाया वादा
बिहार एनडीए में साथी पार्टियों को आपस में एक दूसरे के विचार पसंद नहीं आ रहे हैं। भाजपा के बयान पर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) की ओर से लगातार पलटवार किया जा रहा है। बिहार सरकार में मंत्री मुकेश सहनी ने भी अपनी राय रखी है।
जागरण टीम, पटना। पक्ष-विपक्ष को छोड़कर बिहार की राजनीति अपनों में ही सीमिट गई है। बिहार एनडीए में साथी पार्टियों को आपस में एक दूसरे के विचार पसंद नहीं आ रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बयान पर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) की ओर से लगातार पलटवार किया जा रहा है। गुरुवार को एक बार फिर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने पटलवार किया। इशारों-इशारों में मांझी ने बीजेपी की मानसिकता पर सवाल खड़े कर दिए। इसपर विकासशील इंसान पार्टी सुप्रीमो और बिहार सरकार में मंत्री मुकेश सहनी ने भी अपनी राय रखी है।
पशु और मत्स्य पालन मंत्री मुकेश सहनी ने गुरुवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के साथियों के लिए एक ट्वीट किया और बिहार सरकार को अपना वादा याद दिलाया। वीआइपी अध्यक्ष मुकेश सहनी ने कहा कि एनडीए गठबंधन के साथीगण से अनुरोध है कि अनावश्यक बयानबाजी से बचें एवं हम सब मिलकर बिहार की जनता से किए गए 19 लाख रोजगार के वादे पर काम करें। सीधे तौर पर मुकेश सहनी का यह ट्वीट भाजपा और मांझी के बीच चल रहे बयानों को लेकर है। मांझी ने एनडीए के साथियों को बयानबाजी कम करने की सलाह दी है। गौरतलब है कि गुरुवार को ही हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने इशारों में भाजपा पर पलटवार किया है। मांझी ने कहा कि हम बांका बम विस्फोट की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हैं। मांझी ने ट्वीट किया कि गरीब दलित जब आगे बढ़े तो नक्सली। गरीब मुसलमान मदरसे में पढ़े तो आतंकी। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) सुप्रीमो मांझी ने कहा कि भाई साहब ऐसी मानसिकता से बाहर निकलिए। यह राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए ठीक नहीं। बता दें कि एक पहले भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने मदरसों को आतंकवादी पनपने का स्थान बताया था और उन्होंने कहा था मदरसों को बंद कर देना चाहिए।