जिले के 3300 स्कूलों के एमडीएम खाते बंद
जिले के 3300 स्कूलों में चलाए जा रहे मध्याह्न भोजन (एमडीएम) योजना के खाते बंद कर दिए गए।
पटना । जिले के 3300 स्कूलों में चलाए जा रहे मध्याह्न भोजन (एमडीएम) योजना के खाते बंद कर दिए गए। उस खाते में बची राशि सरकार को वापस कर दी गई है। अब नए सिरे से जीरो बैलेंस पर खाते खोलने के लिए प्रखंडों में शिविर लगाए जाएंगे।
जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि सामान्यत: जिले के स्कूलों में दो तरह के खाते होते हैं। एक सामान्य खाता, जिसमें सरकार समय-समय पर विभिन्न योजनाओं की राशि भेजती है। वहीं, एक में मध्याह्न भोजन योजना की राशि भेजी जाती है। सरकार पूर्व में सभी स्कूलों को निर्देश दिया था कि मध्याह्न भोजन योजना के सभी खाते बंद किए जाएं और स्कूलों के हेड मास्टर बची राशि वापस कर दें। अब तक दस प्राचार्यों ने खाता नहीं बंद किया है, उनसे जिला कार्यक्रम अधिकारी ने स्पष्टीकरण मांगा है।
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अब एचडीएफसी बैंक
में खोले जाएंगे खाते
सरकार ने यह भी निर्देश दिया है कि मध्याह्न भोजन योजना के खाते अब जीरो बैलेंस पर खोले जाएंगे। योजना के सभी खाते एचडीएफसी बैंक में खोलने का निर्देश दिया गया है। यह स्कूल का बचत खाता होगा।
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विद्यालय प्रभारी व सचिव
के आधार कार्ड का उपयोग
अब खाता खोलने के लिए प्रत्येक प्रखंड में शिविर लगाए जाएंगे। मालूम हो कि मध्याह्न भोजन योजना केंद्र प्रायोजित योजना है। बैंक में खाता खोलने के लिए पैन कार्ड एवं आधार कार्ड की जरूरत होगी। इसके लिए विद्यालय के प्रभारी एवं सचिव दोनों के आधार कार्ड का उपयोग किया जाएगा। इसके अलावा के प्रभारी एवं सचिव दोनों के रंगीन फोटो की जरूरत होती है। साथ ही प्रभारी एवं सचिव के मुहर की भी जरूरत होगी।
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तय तिथि पर जरूरी दस्तावेज
के साथ होना होगा उपस्थित
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने निर्देश दिया कि प्रखंड में शिविर लगाए जाने पर स्कूलों के प्रधानाध्यापक, प्रभारी प्रधानाध्यापक एवं विद्यालय शिक्षा समिति के सचिव निर्धारित तिथि को सभी जरूरी दस्तावेज लेकर उपस्थित होंगे। उसके बाद खाते खोले जाएंगे।