मेष संक्रांति पर घर में रखे गंगाजल से करें पूजा, शुभ कार्यों के लिए मुहूर्त हो जाएगा शुरू

ग्रहों के राजा सूर्य के मेष राशि में प्रवेश के साथ खरमास मंगलवार को खत्म हो जाएगा।

By Edited By: Publish:Tue, 14 Apr 2020 06:30 AM (IST) Updated:Tue, 14 Apr 2020 09:56 AM (IST)
मेष संक्रांति पर घर में रखे गंगाजल से करें पूजा, शुभ कार्यों के लिए मुहूर्त हो जाएगा शुरू
मेष संक्रांति पर घर में रखे गंगाजल से करें पूजा, शुभ कार्यों के लिए मुहूर्त हो जाएगा शुरू

पटना, जेएनएन। ग्रहों के राजा सूर्य के मेष राशि में प्रवेश के साथ खरमास मंगलवार को खत्म हो जाएगा। इस दौरान सतुआनी का पर्व भी मनाया जाएगा। हालांकि कई लोग सोमवार को ही सतुआनी मना चुके हैं। दरअसल, सूर्य सोमवार की रात 8.45 बजे ही मीन से मेष राशि में प्रवेश कर चुके हैं, लेकिन उदया तिथि को मानने वाले मंगलवार को पर्व मनाएंगे। श्रद्धालु स्नान-ध्यान और पूजा-दान करने के बाद सत्तू का प्रसाद ग्रहण करेंगे।

इस दिन आम का टिकोला भी खाने की परंपरा है। खरमास खत्म होने के साथ ही शुभ कार्यों के लिए मुहूर्त भी शुरू हो जाएंगे। ज्योतिष आचार्य पीके युग ने कहा कि सोमवार 13 अप्रैल को सूर्य का अश्विनी नक्षत्र में संक्रमण मीन राशि से मेष राशि में हुआ है। सूर्य के इस राशि परिवर्तन का खास महत्व है। सूर्य लोगों के आत्मबल में बढ़ाने के साथ शारीरिक स्वच्छता को बनाए रखने का भी संदेश देता है। घर में रखे गंगाजल से कर सकते स्नान आचार्य ने कहा कि सतुआनी पर सत्तू खाने और गंगा स्नान करने के साथ दान-पुण्य करने की परंपरा है, लेकिन इस बार लॉकडाउन होने के कारण लोग गंगा स्नान से वंचित रह जाएंगे।

ऐसे में लोग अपने घर में रखे गंगाजल को जल में मिलाकर स्नान कर सकते हैं। ब्राह्माणों को दान करने वाली सामग्री को संकल्प करने के बाद उसे सुरक्षित स्थान पर बांध कर अलग स्थान पर रख दें। लॉकडाउन खत्म होने के बाद पंडितों को बुला कर दान की हुई सामग्री उन्हें प्रदान कर आशीष प्राप्त कर सकते हैं। बाजार में सत्तू खरीदते दिखे लोग सतुआनी के लिए सोमवार को लोग बाजार में सत्तू खरीदते दिखे। लोगों ने किराना की दुकानों से सत्तू खरीदा, हालांकि आम का टिकोला खाने की हसरत अधूरी रह गयी। बाजार बंद रहने से अधिकतर इलाकों में लोगों को आम का टिकोला नसीब नहीं हो सका। इस दौरान लोगों ने गुड़ और घी जैसी चीजों की भी खरीदारी की।

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