Bihar MLA Election: विधानसभा चुनाव को लेकर नौ जुलाई से लगेगी जिलों के मास्टर ट्रेनर की पाठशाला

Bihar Election 2020 बिहार विधान सभा चुनाव संपन्न कराने को मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के स्टेट मास्टर ट्रेनर के प्रशिक्षण के बाद 9 जुलाई से जिलों में होगी ट्रेनिंग। जानें।

By Rajesh ThakurEdited By: Publish:Sat, 04 Jul 2020 05:56 PM (IST) Updated:Sat, 04 Jul 2020 08:25 PM (IST)
Bihar MLA Election: विधानसभा चुनाव को लेकर नौ जुलाई से लगेगी जिलों के मास्टर ट्रेनर की पाठशाला
Bihar MLA Election: विधानसभा चुनाव को लेकर नौ जुलाई से लगेगी जिलों के मास्टर ट्रेनर की पाठशाला

पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार विधान सभा चुनाव संपन्न कराने के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के स्टेट मास्टर ट्रेनर के प्रशिक्षण के बाद अब जिलों के निर्वाची और उप निर्वाची अधिकारियों की नौ जुलाई से पाठशाला लगेगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी एचआर श्रीनिवास ने सभी जिलों के डीएम के साथ चुनाव तैयारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से समीक्षा में कई निर्देश दिए। इस दौरान शारीरिक दूरी सुनिश्चित करते हुए अगले हफ्ते शुरू होने वाले जिला मास्टर ट्रेनरों के प्रशिक्षण के लिए मुकम्मल इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

उन्‍होंने यह भी जानकारी दी कि इसके बाद जिलों के मास्टर ट्रेनर अनुमंडल और प्रखंड के कर्मियों को प्रशिक्षित करेंगे। इस दौरान सीईओ ने सभी जिलों के डीएम से ईवीएम के प्रथम चरण की जांच और मतदाता सूची अपडेट करने को लेकर चल रही तैयारियों को भी परखा।

बता दें कि 29 जून से छह जुलाई तक आठ दिनों तक पहले चरण में मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय के कर्मियों को प्रशिक्षण देकर मास्टर ट्रेनर तैयार करने में चुनाव आयोग जुटा है। अगले चरण में मास्टर ट्रेनर जिलों के कर्मियों और फिर अनुमंडल के बाद प्रखंड स्तर पर प्रशिक्षण का कार्यक्रम आयोग ने तैयार किया है। राज्यस्तरीय प्रशिक्षण के बाद आयोग ने नौ जुलाई से जिलों के प्रशिक्षण का कार्यक्रम तय किया है। प्रशिक्षण में कर्मियों को नामांकन से लेकर स्क्रूटनी, नाम वापसी और मतदान के बाद मतगणना कराने तक का प्रशिक्षण देने की तैयारी है।

अहम यह है कि इस बार होने वाले विधानसभा चुनाव में लगाए जाने वाले कर्मियों की ट्रेनिंग का तरीका थोड़ा अलग होगा। खास तौर से इवीएम और वीवीपैट की ट्रेनिंग को लेकर आयोग ने विशेष एहतियात बरतने का निर्णय किया है। गौरतलब है कि चुनाव आयोग इस बार फूंक-फूंक कर कदम बढ़ा रहा है। इसी साल नवंबर में बिहार विधानसभा चुनाव होने की उम्‍मीद है। दो दिन पहले चुनाव आयोग ने दागियों को टिकट देने को लेकर कड़े निर्देश दिए और कहा कि इस बार पार्टी काे अपने दागी उम्‍मीदवारों के बारे में पूरी जानकारी देनी होगी। टीवी-अखबारों में विज्ञापन देना होगा। 

chat bot
आपका साथी