दवा मंडी से कम गुलजार नहीं जड़ी-बूटी का बाजार

पटना की मारूफगंज किराना मंडी में जड़ी- बूटियों का बाजार भी सजता है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 01:41 AM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 01:41 AM (IST)
दवा मंडी से कम गुलजार नहीं जड़ी-बूटी का बाजार
दवा मंडी से कम गुलजार नहीं जड़ी-बूटी का बाजार

पटना । पटना की मारूफगंज किराना मंडी में जड़ी- बूटियों का बाजार भी सजता है। इसके आधा दर्जन के करीब विक्रेता हैं। कोरोना संक्रमण की वजह से सामान्य गति से चलने वाला यह व्यापार दवा मंडी की तरह ही रफ्तार में है। कुछ जड़ी- बूटियों की मांग डेढ़ गुना तो कुछ की मांग दोगुनी हो गई है। मांग बढ़ने से कीमतों में भी वृद्धि हो गई है।

मारूफगंज किराना व्यवसायी संघ के संरक्षक बसंत लाल गोलवारा ने कहा कि जड़ी-बूटी का मेरा पुश्तैनी कारोबार रहा है लेकिन इस तरह से कभी मांग नहीं रही। कोरोना संक्रमण को देखते हुए डॉक्टर और विशेषज्ञ जिस जड़ी-बूटी को काढ़ा सहित अन्य रूप में सेवन की सलाह दे रहे हैं, उनकी मांग बढ़ी हुई है। मांग भी बढ़ी है, साथ में कीमत भी बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि जड़ी-बूटी की आवक में भी कुछ परेशानी है, इस वजह से भी कीमत में वृद्धि को बल मिल रहा है। सिर्फ पटना ही नहीं, देशभर की स्थिति एक जैसी है। हर जगह जड़ी-बूटी की मांग बढ़ने की खबर मिल रही है। इम्युनिटी बढ़ाने और स्वस्थ रहने के लिए भी इनका सेवन किया जा रहा है।

: जड़ी- बूटियों की स्थिति :

मुलेठी : अमृतसर से आमद होती है। मंडी में साप्ताहिक एक से डेढ़ क्विटल की खपत थी, बढ़कर दो से ढाई क्विटल हो गई है। भाव 200 रुपये किलो से बढ़कर 250 रुपये पर पहुंच गया है। सूखा आंवला : मध्य प्रदेश के कटनी के साथ ही झारखंड से भी आता है। विटामिन सी के लिए इसका उपयोग किया जा रहा है। कीमत 110 रुपये किलो थी जो अब 140 रुपये हो गई है। खपत दोगुनी से भी अधिक हो गई है।

गोखरू : इसकी आवक दिल्ली से होती है। मांग में सामान्य वृद्धि हुई है। कीमत 150 से बढ़कर 175 रुपये किलो हो गई है।

पीपली : पीपली की आमद भी दिल्ली से होती है। इसकी मांग भी बढ़ी है। साथ ही कीमत 500 रुपये किलो से बढ़कर 600 रुपये किलो हो गई है। मूसली : मूसली भी दिल्ली से आती है। इसकी कीमत में भारी उछाल आया है। यह 1000 रुपये से बढ़कर 1200 रुपये किलो हो गई है। खपत में 50 फीसद तक की वृद्धि देखने को मिल रही है।

गुरूच : दिल्ली मंडी से व्यापारी इसे मंगाते हैं। मांग में 40 फीसद तक वृद्धि हुई है। कीमत 75 रुपये से बढ़कर 125 रुपये किलो हो गई है। सेंधा नमक : जड़ी-बूटी के साथ ही सेंधा नमक की मांग भी दोगुनी हो गई है। इसका भाव 15 रुपये किलो था जो बढ़कर 20 रुपये किलो हो गया है।

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