बक्‍सर जिले की कई पंचायतों का समाप्त हुआ अस्तित्व, चौसा, जासो, अहिरौली व पांडेयपट्टी का बदला भूगोल

बक्‍सर जिले में नगर परिषद के क्षेत्र विस्तार तथा नए नगर पंचायतों के गठन के बाद जिले के 5 पंचायतों का अस्तित्व समाप्त हो गया है। ऐसे पंचायतों के जगह पर अब नए नाम से पंचायतों का गठन हुआ है

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 02:36 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 02:36 PM (IST)
बक्‍सर जिले की कई पंचायतों का समाप्त हुआ अस्तित्व, चौसा, जासो, अहिरौली व पांडेयपट्टी का बदला भूगोल
बक्‍सर जिले में पंचायतों के पुनर्गठन के बाद नई व्‍यवस्‍था लागू। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

बक्सर, जागरण संवाददाता। बक्‍सर जिले में नगर परिषद के क्षेत्र विस्तार तथा नए नगर पंचायतों के गठन के बाद जिले के 5 पंचायतों का अस्तित्व समाप्त हो गया है। ऐसे पंचायतों के जगह पर अब नए नाम से पंचायतों का गठन हुआ है, लेकिन, छह पंचायत अब भी ऐसे हैं जिनका पुनर्गठन होने के बाद भी पंचायतों का नाम नहीं बदला है। जिला पंचायती राज पदाधिकारी अभय तिवारी बताते हैं कि 11 पंचायतों के पुनर्गठन के बाद सूची जारी कर दी गई है। इसके अनुसार पंचायतों में कार्यारंभ भी हो गया है। वर्तमान में परामर्शी समिति के द्वारा पंचायतों का कार्यभार संभाला गया है। उम्मीद है कि सितंबर तक पंचायत चुनाव कराए जाएं।

डीपीआरओ ने बताया कि चौसा पंचायत का अस्तित्व समाप्त हो गया है। उसके जगह पर अब पवनी पंचायत अस्तित्व में आई है, जिसमें बहादुरपुर और हादीपुर को शामिल किया गया है। इसके अतिरिक्त भोजपुर कदीम पंचायत का अस्तित्व समाप्त होने के बाद चिलहरी पंचायत अस्तित्व में आई है जिसमें बेलामोहन और लोहसर को शामिल किया गया है। जासो पंचायत के खत्म होने के नदांव पंचायत में मनोहरचक और बेतवा शामिल है। इसी तरह अहिरौली पंचायत के खत्म हो जाने के बाद अब अर्जुनपुर पंचायत का गठन हुआ है। पांडेयपट्टी पंचायत के खत्म होने के बाद रहसीचक पंचायत का गठन हुआ है। इसमें हुकहां और रहसीचक को शामिल किया गया है।

उधर, बनारपुर के 3 गांवों को नगर पंचायत में शामिल किए जाने के बाद भी इस पंचायत का नाम नहीं बदला है। अभी भी इस पंचायत में 4 गांव शामिल हैं। उसी प्रकार चुन्नी के दो गांवों को चौसा नगर पंचायत में शामिल किए जाने के बाद भी चुन्नी पंचायत अस्तित्व में है, और इसमें वर्तमान में 9 गांव शामिल हैं। छतनवार पंचायत के 2 गांवों को डुमरांव नगर परिषद क्षेत्र में शामिल किए जाने के बाद भी छतनवार पंचायत 4 गांव के साथ अस्तित्व में है।

कुशलपुर पंचायत के 3 गांवों को डुमरांव नगर परिषद क्षेत्र में शामिल होने के बाद भी कुशलपुर पंचायत अकेले एक गांव की पंचायत बनकर अस्तित्व में है। नंदन पंचायत के एक गांव के डुमरांव नगर परिषद क्षेत्र में शामिल किए जाने के बाद भी अकेले नंदन गांव के बदौलत नंदन ग्राम पंचायत अस्तित्व में है। इसी तरह छोटका नुआंव पंचायत के तीन गांवों को बक्सर नगर परिषद क्षेत्र में शामिल किए जाने के बावजूद 9 गांवों के साथ छोटका नुआंव पंचायत अस्तित्व में है। 

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