बिहार में टला बड़ा हादसाः जहानाबाद में चलती ट्रेन पर गिरा पेड़; इमरजेंसी ब्रेक लगाने से बची कई जान

पटना-गया रेल खंड के कनौदी गांव के समीप बुधवार को आंधी- पानी के कारण चलती ट्रेन पर पेड़ गिर गया। हालांकि इस हादसे में कोई क्षति होने की सूचना नहीं है। तकरीबन दो घंटे के बाद डाउन साइड की ओर परिचालन प्रारंभ किया गया।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 11:18 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 11:18 PM (IST)
बिहार में टला बड़ा हादसाः जहानाबाद में चलती ट्रेन पर गिरा पेड़; इमरजेंसी ब्रेक लगाने से बची कई जान
बिहार के जहानाबाद में बुधवार को चलती ट्रेन पर पेड़ गिर गया। प्रतीकात्मक तस्वीर।

जागरण संवाददाता, जहानाबाद। पटना-गया रेल खंड के कनौदी गांव के समीप बुधवार को आंधी- पानी के कारण चलती ट्रेन पर पेड़ गिर गया। हालांकि इस हादसे में कोई क्षति होने की सूचना नहीं है। तकरीबन दो घंटे के बाद डाउन साइड की ओर परिचालन प्रारंभ किया गया। स्थानीय स्टेशन प्रबंधक जितेन्द्र कुमार ने बताया कि 03270 सवारी गाड़ी दोपहर 12.40 में जहानाबाद से पटना के लिए खुली थी। इसी बीच तेज आंधी-पानी आ गया। ट्रेन ज्योंही कनौदी गांव के समीप पहुंची एक पेड़ टूट कर चलती ट्रेन पर गिर गया।

चालक ने सूझबूझ से इमरजेंसी ब्रेक लगा दी। परिणामस्वरूप एक बड़ी घटना टल गई। ट्रेन के अचानक रूकते हीं बोगी में अफरातफरी मच गई। तकरीबन सभी यात्री ट्रेन से नीचे उतर गए। चालक ने इसकी सूचना जहानाबाद को दी। सूचना मिलते ही रेलवे ट्रैक के इंजीनियर पंकज कुमार दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे तथा पेड़ को काट कर अलग कर दिया। दो घंटे के बाद ट्रेन का परिचालन प्रारंभ किया गया। रेल प्रबंधक ने बताया कि ट्रेन जहानाबाद से तुरंत खुली थी जिसके कारण उसकी गति कम थी। अगर ट्रेन की गति तेज रहती तो बड़ी घटना हो सकती थी। उन्होंने बताया कि इस घटना में कोई क्षति नहीं हुई है। कुल मिलाकर चालक के सूझबूझ से हादसा टल गया।

बिहार में वज्रपात से छह की मौत

जागरण टीम, पटना: बिहार कई इलाकों में मंगलवार की रात और बुधवार को तेज हवा के साथ झमाझम बारिश हुई। मधुबनी और शिवहर जिले में ओले भी गिरे। इससे आम, लीची, केला और मक्के की फसल को नुकसान पहुंचा। वहीं आकाशी बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में भोजपुर व समस्तीपुर में दो-दो तथा नालंदा व अरवल में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। तेज बारिश से पश्चिम चंपारण जिले में पहाड़ी नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया। नतीजा, दोन से रामनगर का आवागमन बंद हो गया। गंडक के जलस्तर में भी आंशिक वृद्धि हुई। इसका जलस्तर साढ़े छह हजार क्यूसेक दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए अलर्ट जारी किया है। 

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