Lockdown Bihar: किर्गिस्तान में फंसे दो हजार बिहारी छात्र, PM मोदी से लगाई घर वापसी की गुहार

Lockdown Bihar बिहार के करीब दो हजार छात्र किर्गिस्तान में फंस गए हैं। घर वापसी की उनकी कोशिश अभी तक नाकाम रही है। अब उन्‍हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहल की उम्‍मीद है।

By Amit AlokEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 10:47 AM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 09:10 PM (IST)
Lockdown Bihar: किर्गिस्तान में फंसे दो हजार बिहारी छात्र, PM मोदी से लगाई घर वापसी की गुहार
Lockdown Bihar: किर्गिस्तान में फंसे दो हजार बिहारी छात्र, PM मोदी से लगाई घर वापसी की गुहार

पटना, जेएनएन। किर्गिस्तान (Kyrgyzstan) के मेडिकल एवं अन्य कॉलेजों में पढ़ाई करने गए बिहार के करीब दो हजार छात्र-छात्राएं (Bihari Students) परीक्षा (Examination) खत्म होने के बाद घर आने के लिए परेशान हैं। कोरोना (CoronaVirus) संक्रमण के कारण जारी लॉकडाउन (Lockdown) की पाबंदियों के कारण वे खुद को विदेश में फंसा (Stranded) महसूस कर रहे हैं। अभिभावक भी बच्चों की घर वापसी का इंतजार कर रहे हैं। अभिभावकों ने किर्गिस्तान में भारतीय दूतावास को आवेदन देकर बिहार भेजने का आग्रह किया है। हालांकि, अब तक कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला है। अब उन्‍होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से घर वापसी की गुहार लगाई है।

परीक्षाएं खत्म हो गईं पर वापसी हुई मुश्किल

किर्गिस्तान के एशियन मेडिकल इंस्टीट्यूट, ओएसएच मेडिकल यूनिवर्सिटी एवं जलालाबाद स्टेट यूनिवर्सिटी में बिहार के बिहार के विद्यार्थी पढ़ते हैं। परीक्षाओं के कारण वे पहले वापस नहीं आ सके थे। अब परीक्षाएं खत्म हो गई हैं तो वापसी मुश्किल हो गई है।

अभिभावकों को सता रही बच्चों की चिंता

गया के छात्र असीफ अनवर के अभिभावक ने दैनिक जागरण को बताया कि परीक्षा के बाद शनिवार से छुट्टी हो गई है। अब आने का कोई साधन नहीं है। मधुबनी की छात्रा कुमारी रागिनी के अभिभावक भी बेटी की वापसी को लेकर परेशान हैं।  पटना के आर्य अमृत भी किर्गिस्तान में मेडिकल की पढ़ाई करते हैं। उनके अभिभावक ने बताया कि परीक्षा खत्म होने के बाद बच्चे की वापसी की चिंता हो रही है।

अब प्रधानमंत्री मोदी से मदद की उम्‍मीद

किर्गिस्तान में फंसे कुछ बच्‍चों के अभिभावकों ने बताया कि उन्‍होंने वहां के भारतीय दूतावास से मदद मांगी है, लेकिन उसपर कोई पहल नहीं हुई है। इसके बाद कुछ अभिभावकों ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है।

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