LJP Splits: पशुपति पारस चुने गए LJP के एक गुट के अध्यक्ष, अब रविवार को चिराग पासवान का बड़ा पलटवार
LJP Splits पटना में एलजेपी के एक धड़े ने गुरुवार को पशुपति पारस को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित कर दिया। इसके बाद सांसद चिराग पासवान इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में हैं। वे रविवार को अपने गुट की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक भी करेंगे।
पटना, स्टेट ब्यूरो। LJP Splits लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) में विरासत की जंग और तेज हो गई है। पार्टी के एक गुट ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक करने के बाद पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने का एलान कर दिया है। पटना में चुनाव प्रभारी सूरजभान (Suraj Bhan Singh) के आवास पर चुनाव में अकेला प्रत्याशी होने के कारण पारस का निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित होना तय था। अब पारस गुट चुनाव आयोग के समक्ष असली एलजेपी होने का दावा करेगा। इस बीच चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने बड़ा पलटवार करते हुए रविवार को दिल्ली में एलजेपी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक बुलाई है। आगे चिराग सुप्रीम कोर्ट (SC) का दरवाजा भी खटखटा सकते हैं। पारस को संसदीय दल का नेता बनाने का विरोध करते हुए चिराग पासवान पहले ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिख चुके हैं।
अध्यक्ष के चुनाव को लेकर हुई राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक
एलजेपी सांसद सूरजभान के आवास पर आज पार्टी के पारस गुट की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक हुई। इसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष का निर्वाचन हुआ। इसके लिए पशुपति पारस अकेले उम्मीदवार थे। चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद शाम पांच बजे पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में इसकी जानकारी दी गई। सूरजभान सिंह के भाई व सांसद चंदन सिंह ने कहा है कि पूरी पार्टी पारस के साथ है। जैसे हर पार्टी का नेतृत्व बदलता है, उसी तरह एलजेपी में भी हो रहा है।
अध्यक्ष बनने के बाद बोले: तानाशाह हो गया था भतीजा
अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद पशुपति पारस ने मीडिया से मुखातिब होकर अपनी बात भी रखी। हालांकि, वे मीडिया के सामने ज्यादा देर तक नहीं रहे। उन्होंने कहा कि भतीजा तानाशाही करने लगे तो उनके सामने दूसरा रास्ता नहीं बचा था।
यह भी पढ़ें: LIVE Chirag Paswan & LJP Split Updates: यहां ले घटनाक्रम की पल-पल की जानकारी
अब दिल्ली में होगी चिराग गुट की कार्यसमिति की बैठक
पटना में पशुपित कुमार पारस को एलजेपी के पारस गुट का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिए जाने के बाद चिराग गुट ने भी पलटवार की तैयारी कर ली है। चिराग समर्थकों ने रविवार को दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। चिराग गुट के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने बताया कि आगे की रणनीति तय करने के लिए यह बैठक बुलाई गई है। बैठक में एलजेपी के सभी आठ केंद्र शासित राज्यों के अलावा 28 राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों समेत सभी सदस्यों को आमंत्रित किया गया है। चिराग पासवन ने पारस गुट की पटना में हुई कार्यसमिति की बैठक, चुनाव की प्रक्रिया एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर पशुपति कुमार पारस के नाम की घोषणा को असंवैधानिक बताया है।
सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं चिराग
इस बीच दिल्ली से बड़ी खबर यह है कि वहां चिराग पासवान कानून विशेषज्ञों से सलाह ले रहे हैं। सूत्रों के अनुसार वे पार्टी पर अपने दावे को लेकर तथा बागियों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं। साथ ही खुद को पार्टी का अध्यक्ष बताते हुए कुछ और बागियों को बर्खास्त भी कर सकते हैं।
चिराग ने लिखा लोकसभा अध्यक्ष को पत्र
इसके पहले चिराग पासवान ने पशुपति कुमार पारस को एलजेपी संसदीय दल का नेता मनोनीत करने पर विरोध जताते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि यह नियम के खिलाफ है। पार्टी के संविधान के अनुच्छेद-26 के मुताबिक, केंद्रीय संसदीय बोर्ड ही यह तय करने के लिए अधिकृत है कि लोकसभा में पार्टी का नेता कौन होगा। चिराग ने लोकसभा अध्यक्ष से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की है और कहा है कि वे लोकसभा में एलजेपी के नेता के तौर पर उन्हें मान्यता देने से संबंधित सर्कुलर जारी करें। मंगलवार को चिराग ने ओम बिरला को चिट्ठी लिखकर पांच सांसदों को बर्खास्त करने के पार्टी के फैसले के बारे में सूचित किया था। अब चिराग को लोकसभा अध्यक्ष के जवाब का इंतजार है।