छह महीने तक नीतीश कुमार की आलोचना नहीं करेंगे चिराग पासवान, पार्टी नेताओं से बोले- आप भी शांत रहें

बिहार में विधानसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ तल्ख बयान देने वाले लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान अगले छह महीने तक उनकी आलोचना नहीं करेंगे। चिराग ने पार्टी नेताओं को भी संयम बरतने के निर्देश दिए हैं।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Thu, 03 Dec 2020 07:05 AM (IST) Updated:Fri, 04 Dec 2020 03:52 PM (IST)
छह महीने तक नीतीश कुमार की आलोचना नहीं करेंगे चिराग पासवान, पार्टी नेताओं से बोले- आप भी शांत रहें
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान।

राज्य ब्यूरो, पटना। चुनाव भर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ तल्ख बयान देने वाले लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान अगले छह महीने तक उनकी आलोचना नहीं करेंगे। उन्होंने पार्टी नेताओं को भी यही नसीहत दी-आप लोग भी शांत रहिए। संगठन को मजबूत बनाने के काम में जुट जाइए। चिराग ने करीब डेढ़ दर्जन चुनिंदा पार्टी नेताओं की मौजूदगी में संसदीय बोर्ड की बैठक में कार्यकर्ताओं को ये निर्देश दिए हैं। माना जा रहा है कि चिराग के रुख में बदलाव भाजपा की पहल की वजह से आया है। नई सरकार के गठन के बाद भाजपा नहीं चाह रही है कि लोजपा के चलते घटक दलों के बीच कटुता का माहौल कायम हो।

लोजपा एनडीए में बनी रहेगी 

चिराग ने यह भी साफ कर दिया कि लोजपा एनडीए में बनी रहेगी। रामविलास पासवान की राज्यसभा सीट पार्टी को न मिलने के बावजूद वे अलगाव नहीं चाह रहे हैं। बताया जाता है कि बैठक में मौजूद पूर्व विधायक हुलास पांडेय ने कहा कि फिलहाल हम लोगों को किसी के समर्थन या विरोध के बारे में नहीं सोचना चाहिए। इसके बदले अधिक ध्यान संगठन की मजबूती पर देना चाहिए। ताकि अगले चुनाव पार्टी को मजबूत संगठन का लाभ मिल सके। सूत्रों ने बताया कि चिराग ने पांडेय के प्रस्ताव पर चिराग ने सहमति जताई। कहा-अगले छह महीने तक किसी के विरोध के बदले संगठन को मजबूत बनाने पर ध्यान दिया जाएगा।

प्रतिकूल टिप्पणियों से आहत होते हैं मुख्यमंत्री

चिराग ने संसदीय बोर्ड की बैठक में बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का विरोध न करने का संकेत उन्हें भाजपा की ओर से भी मिला है। उनके  मुताबिक भाजपा के एक बड़े नेता ने हमें संदेश दिया कि प्रतिकूल टिप्पणियों से मुख्यमंत्री आहत होते हैं। एनडीए के घटक के नाते लोजपा को बेवजह टिप्पणी करने से बचना चाहिए। वैसे भी लोजपा अगर मुख्यमंत्री की किसी मुद्दे पर आलोचना करती है तो हिंदुस्तानी अवामी मोर्चा बुरी तरह रिएक्ट करता है। इससे एनडीए के घटक दलों के बीच टकराव का संदेश जाता है।

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