चिराग पासवान और पशुपति पारस दोनों ने दी श्रद्धांजलि, रामचंद्र को याद करते हुए कही ये बात

Chirag Paswan News लोजपा में टूट के बाद पहली बार चिराग पासवान ने अपने छोटे चाचा रामचंद्र पासवान की पुण्‍यतिथि मनाई। रामचंद्र के बेटे प्रिंस राज अब चिराग का साथ छोड़ चुके हैं। चिराग ने इस मौके पर इमोशनल बात कही है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 12:30 PM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 01:09 PM (IST)
चिराग पासवान और पशुपति पारस दोनों ने दी श्रद्धांजलि, रामचंद्र को याद करते हुए कही ये बात
लोजपा के सांसद चिराग पासवान। चिराग के ट्विटर अकाउंट से साभार

पटना, आनलाइन डेस्‍क। Bihar Politics: लोजपा में टूट के बाद पहली बार चिराग पासवान ने अपने छोटे चाचा रामचंद्र पासवान की पुण्‍यतिथि मनाई। इस दौरान उनकी मां रीना पासवान भी साथ रहीं। दिल्‍ली में अपने आवास पर छोटे चाचा की तस्‍वीर पर माल्‍यार्पण के दौरान चिराग के अलावा उनके घर में रहने वाले बाकी सदस्‍य भी मौजूद थे। इस खास मौके पर उनके बड़े चाचा और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने भी अपने भाई को याद किया। दोनों चाचा-भतीजे ने इस मौके की तस्‍वीरें अपने ट्विटर अकाउंट पर साझा कीं। पशुपति पारस ने एक श्रद्धांजलि सभा की तस्‍वीरें शेयर करते हुए लिखा कि रामचंद्र तुम जहां भी रहो, खुश रहो।

अपने भाई को याद करते पशुपति पारस और उनके सहयोगी नेता। तस्‍वीर ट्विटर अकाउंट से साभार

रामचंद्र के बेटे प्रिंस राज कभी चिराग के थे करीबी

रामचंद्र के बेटे और समस्‍तीपुर के मौजूदा सांसद प्रिंस राज कभी चिराग के बेहद करीबी हुआ करते थे। फिलहाल वे पशुपति कुमार पारस के करीबी हैं। पारस ने उन्‍हें बिहार लोजपा का प्रदेश अध्‍यक्ष नियुक्‍त कर रखा है। रामचंद्र पासवान का निधन 21 जुलाई 2019 को दिल्‍ली के डा राम मनोहर लोहिया अस्‍पताल में हो गया था। यह पहली बार है कि चिराग और पशुपति पारस के बीच मतभेद सार्वजनिक होने के बाद रामचंद्र की पुण्‍यतिथि मनाई जा रही है।

चिराग ने कहा- पिछले दो साल परिवार को कष्‍ट देने वाले रहे

चिराग ने ट्विटर पर अपने चाचा की पुण्‍यतिथि से संबंधित तस्‍वीरें साझा करते हुए लिखा कि समस्तीपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के पूर्व सांसद और छोटे चाचा रामचंद्र पासवान के निधन के बाद उनके परिवार को लगातार क्षति हुई है। उन्‍होंने कहा कि पहले पहले चाचा और उसके बाद पिता राम विलास पासवान के निधन के कारण पिछले दो वर्ष परिवारिक तौर पर बेहद कष्ट देने वाले रहे हैं। छोटे चाचा जी की कमी कोई पूरी नहीं कर सकता। उन्‍होंने अपने चाचा को श्रद्धांजलि अर्पित की है।

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