प्रारंभिक अवस्था में कैंसर की पहचान से बचाई जा सकती जान

प्रारंभिक अवस्था में यदि कैंसर की पहचान हो जाएं तो मरीजों को पूर्ण रूप से स्वस्थ किया जा सकता है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 08 Nov 2021 01:19 AM (IST) Updated:Mon, 08 Nov 2021 01:19 AM (IST)
प्रारंभिक अवस्था में कैंसर की पहचान से बचाई जा सकती जान
प्रारंभिक अवस्था में कैंसर की पहचान से बचाई जा सकती जान

पटना : प्रारंभिक अवस्था में यदि कैंसर की पहचान हो जाएं तो मरीजों को पूर्ण रूप से स्वस्थ किया जा सकता है। इसमें जागरूकता का अहम योगदान है।

ये बातें केंद्रीय स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय के पूर्व निदेशक पद्मश्री डा. जगदीश प्रसाद ने कहीं। वह इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) के स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट की ओर से आयोजित राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश में हर वर्ष में लगभग डेढ़ लाख लोगों की मौत एडवांस कैंसर के कारण हो जाती है। जनजागरूकता से मौत के आंकड़ा को कम किया जा सकता है। जीवनशैली को बदलकर कैंसर से बच सकते हैं। देशभर में मुंह व फेफड़ा के कैंसर की संख्या पंजाब में सबसे कम है। वहां के लोग तंबाकू व उससे बने उत्पाद का उपयोग नहीं करते हैं। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ निदेशक डा. एनआर विश्वास, पद्मश्री डा. जगदीश प्रसाद, एमएस डा. मनीष मंडल, डीन डा. वीएम दयाल, प्राचार्य डा. रंजीत गुहा ने दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। मौके पर डा. संगीता पंकज, डा. शशि पवार, डा. आलोक रंजन भी थे।

------

जागरूकता ही कैंसर से

बचाव का प्रमुख हथियार

एम्स दिल्ली के कैंसर विभाग के पूर्व प्रमुख डा. जीके रथ ने कहा कि कैंसर से बचाव ही हमलोगों का सबसे बड़ा हथियार है। इसी हथियार के बल पर कैंसर के मरीज को कम कर सकते हैं। नए तकनीक के उपयोग से मरीजों का बेहतर उपचार कर सकते हैं।

---------

योग व व्यायाम से भी

कर सकते हैं बचाव

महावीर कैंसर संस्थान के निदेशक डा. विश्वजीत सन्याल ने कहा कि योग व व्यायाम से भी शरीर की रक्षा कर कैंसर से बचाव किया जा सकता है।

----

आइजीआइएमएस में हर वर्ष छह

से आठ हजार मरीज पहुंचते

आइजीआइएमएस रेडिएशन ओंकोलाजी विभागाध्यक्ष डा. राजेश कुमार सिंह ने कहा कि संस्थान में हर वर्ष छह से आठ हजार नए मरीज पहुंचते हैं। इसमें 80 प्रतिशत मरीज एडवांस स्टेज में तीसरे या चौथे स्टेज के होते हैं। एससीआइ प्रमुख डा. राजीव रंजन प्रसाद ने एससीआइ के बढ़ते कदम के बारे में जानकारी दी।

chat bot
आपका साथी