PM मोदी व CM नीतीश के खिलाफ छह साल बाद दहाड़े लालू, खराब सेहत पर भारी दिखा समर्थकों से मिलने का उत्‍साह

Lalu Prasad Yadav News राजद के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष लालू प्रसाद यादव छह साल के बाद बुधवार को चुनावी मंच पर दिखे। लालू की सेहत खराब है और और दमखम भी पहले की तरह नहीं रहा। लेकिन उनकी शैली वही ठेठ है उत्‍साह भी पहले की तरह ही है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 01:51 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 08:37 AM (IST)
PM मोदी व CM नीतीश के खिलाफ छह साल बाद दहाड़े लालू, खराब सेहत पर भारी दिखा समर्थकों से मिलने का उत्‍साह
2015 की एक चुनावी सभा में तेजस्‍वी यादव, तेज प्रताप यादव और लालू यादव। फाइल फोटो

जागरण टीम, मुंगेर/ दरभंगा। Lalu Prasad Yadav News राष्‍ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के चेहरे पर अस्वस्थता की लकीर स्पष्ट दिख रही थी, लेकिन बुधवार को तारापुर व कुशेश्वरस्थान विधानसभा उपचुनाव को लेकर जन सभाओं में उमड़ी भीड़ के साथ संवाद की उनकी शैली ठेठ देसी थी। लालू प्रसाद ने कहा कि अयोध्या में मंदिर मोदी ने नहीं, बल्कि कोर्ट ने बनाया है और कहता हैं कि हम बनाए हैं। केंद्र सरकार ने सबकुछ बेच दिया है। अब यह ट्रेन अडानी-अंबानी चलाएगा। हम लड़ाई लड़ रहे हैं। जीएसटी और नोटबंदी में क्या-क्या हुआ, किसी से छिपा नहीं है। केंद्र सरकार ने वादा किया था कि सरकार बनने के बाद सबके खाते में 15 लाख रुपये आएंगे। आए क्या?

उन्होंने मुख्यमंत्री के उस बयान का भी जवाब दिया, जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा था कि लालू कुछ नहीं कर सकते, गोली मरवा सकते हैं। लालू ने कहा कि दरअसल नीतीश जनता की भीड़ को देखकर घबरा गए हैं। उन्होंने मंच से विसर्जन का मतलब भी समझाया। दोनों ही सभाओं में लालू के साथ मंच पर उनके छोटे पुत्र व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत अन्य वरीय नेता मौजूद रहे।

ना बम चलेगा, ना गोली चलेगी, जीतेगा भोला

तारापुर के ईदगाह मैदान में राजद प्रत्याशी अरुण कुमार साह के पक्ष में चुनावी सभा में लालू ने कहा कि हमने पटना आकर बयान दिया था कि तेजस्वी ने सरकार का बहुत कुछ बिगाड़ रखा है। बाकी जो कुछ बचा है, उसका हम विसर्जन कर देंगे। इस बयान का गलत मतलब निकाला गया। उन्होंने कहा कि इस उपचुनाव में ना बम चलेगा, ना गोली चलेगी, जीतेगा भोला। भोला का मतलब उन्होंने भीड़ को लालू यादव बताया।

मदद की लेकिन हर बार धोखा दे गए नीतीश

लालू ने जोर देकर कहा कि राजनीति के क्षेत्र में हमने नीतीश कुमार की जितनी मदद की है, उतनी किसी ने नहीं की है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार हर बार उन्हें धोखा दे गए। राजद की बढ़ती लोकप्रियता को देखकर नीतीश घबरा गए हैं। लालू का काम किसी को गोली मरवाना नहीं है। राज्य सरकार की जो हालत है, उसमें नीतीश स्वत: मर जाएंगे।

सिद्धांत की राजनीति नहीं करते नीतीश कुमार

लालू में अपने भाषण में फिर भोजपुरी के गाने 'लागल-लागल झुलनिया में धक्का, बलम कलकत्ता चल' को दोहराया। इसका मतलब उन्होंने यह बताया कि इस सरकार का जाना तय है। लालू ने यह भी कहा कि जिस तरह लाल कपड़ा देखकर सांढ़ भड़कता है, आजकल उसी तरह नीतीश कुमार भड़कने लगे हैं। वे सिद्धांत की राजनीति नहीं करते।

कोई काम नहीं किया, प्रधानमंत्री कौन बनाएगा

लालू ने यह भी कटाक्ष किया कि नीतीश अपने लोगों से यह प्रचार करवाते हैं कि वे पीएम मेटेरियल हैं। उन्होंने कोई काम नहीं किया है, उन्हें प्रधानमंत्री कौन बनाएगा! जातीय जनगणना के संबंध में उन्होंने कहा कि जब सांप-छछूंदर की गिनती होती है तो आदमी की क्यों नहीं होगी?

जिसने बेईमानी की, अब उसका हिसाब करेंगे

वहीं कुशेश्वरस्थान के झझरा स्थित उच्च विद्यालय के मैदान में उन्होंने कहा- नीतीश सुन लो, बिहार की जनता ने तेजस्वी यादव को बना दिया था मुख्यमंत्री। हर जाति-धर्म के लोगों ने वोट किया था। कहा कि हमको तो इ लोग जेल भिजवा दिया था कि लालू यादव निकले नहीं, त हम मार दें बाजी। मगर तेजस्वी यादव ने घूम-घूमकर आपको जगाया। हमारे जीते प्रत्याशियों को हराया गया। आठ एमएलए का घोटाला कर दिया, 15 को 10 वोट से हरवा दिया। इसका बदला हम लेंगे। जिसने बेईमानी की उसका हिसाब करेंगे। उसे सीधा करेंगे। वे यहां करीब छह साल के बाद प्रचार करने पहुंचे थे।

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