UP Assembly Election: तो क्‍या यूपी चुनाव में विपक्षी एका की धुरी बनेंगे लालू प्रसाद यादव? जानिए INSIDE STORY

UP Assembly Election आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव बिहार के बाद अब यूपी विधानसभा चुनाव में भी विपक्षी एकीकरण की कोशिश में हैं। माना जा रहा है कि शरद पवार रामगोपाल यादव व अखिलेश सिंह की उनसे हुई मुलाकात में इसपर गंभीर चर्चा हुई है।

By Amit AlokEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 07:27 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 07:27 AM (IST)
UP Assembly Election: तो क्‍या यूपी चुनाव में विपक्षी एका की धुरी बनेंगे लालू प्रसाद यादव? जानिए INSIDE STORY
लालू प्रसाद यादव से शरद पवार, रामगोपाल यादव व अखिलेश सिंह की मुलाकात। तस्‍वीर: मीसा भारती के फेसबुक पेज से।

पटना, आनलाइन डेस्‍क। राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) क्‍या बिहार (Bihar) के साथ उत्‍तर प्रदेश (UP) की राजनीति में भी बड़ी पहल करने के मूड में हैं? क्‍या उनकी नजर यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) में विपक्ष के एकीकरण (Unity of Opposition) पर है? ये सवाल इसलिए कि दिल्‍ली में राष्‍ट्रवादी कांग्रेस (NCP) के नेता नेता शरद पवार (Sharad Pawar), समाजवादी पार्टी (SP) के रामगोपाल यादव (Ram Gopal Yadav) और बिहार कांग्रेस (Congress) के अखिलेश सिंह (Akhilesh Singh) ने उनसे राज्‍यसभा सांसद मीसा भारती (Misa Bharti) के आवास पर मुलाकात की है। नेताओं ने इसे औपचारिक मुलाकात बताया है, जिसमें उन्‍होंने बीमार लालू प्रसाद यादव के स्वास्थ्य के बार में जानकारी ली। लेकिन संसद के मानसून सत्र (Monsoon Session of Parliament) में जारी गतिरोध और यूपी सहित अन्य राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से जोड़ कर भी देखा जा रहा है।

यूपी में बीजेपी से आमने-सामने की लड़ाई चाहता विपक्ष

दिल्‍ली में बुधवार को हुई इस मुलाकात से विपक्ष भारतीय जनता पार्टी (BJP) विरोधी राजनीति को दिशा मिलने की उम्मीद जता रहा है। विपक्ष उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी को पराजित करने के लिए आमने-सामने की लड़ाई चाहता है। हालांकि, फिलहाल विपक्ष के कई धड़े बिखरे दिख रहे हैं। वहां की राजनीति में विपक्ष के दो बड़े क्षेत्रीय ध्रुव समाजवादी पार्टी (SP) व बहुजन समाज पार्टी (BSP) अलग-अलग दिख रहे हैं। माना जा रहा है कि लालू बिखरे विपक्ष को एक कर बीजेपी के सामने बड़ी चुनौती पेश करने की कोशिश में हैं।

एनडीए में बीजेपी विरोधी गतिविधियों पर भी नजर

यूपी में एनसीपी व समाजवादी पार्टी एक साथ आ गए हैं। अब नजरें अन्‍य छोटे-छोटे दलों को एक छतरी के नीचे लाने पर है। यूपी चुनाव में कूदने जा रहे बिहार के छोटे दलों पर भी नजरें हैं। राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के अंदर के घात-प्रतिघात पर भी नजर हैं। बिहार में एनडीए के सहयोगी विकासशील इनसान पार्टी (VIP) के सुप्रीमो मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) को बीते 25 जुलाई को यूपी में फूलन देवी की पुण्‍यतिथि पर कार्यक्रम करने से रोक दिया गया था। मुकेश सहनी ने यूपी में अपने दम पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। उनकी नजर निषाद वोट बैंक पर है, जो कई क्षेत्रों में निर्णायक हैसियत रखता है। उन्‍हें बिहार एनडीए के एक और सहयोगी हिंदुस्‍तानी अवाम मोर्चा (HAM) प्रमुख जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने भी समर्थन दे दिया है। विपक्ष की नजर एनडीए में चल रही ऐसी बीजेपी विरोधी गतिविधियों पर भी है।

बीजेपी के विरोध में बने माहौल पर हुई गंभीर चर्चा

विपक्षी नेताओं की लालू से क्‍या बात हुई, इसकी जानकारी नहीं मिली है, लेकिन कांग्रेस के नेता डा. अखिलेश सिंह ने इशारों में तो यह बता ही दिया है। उनके अनुसार दो बड़े नेता मिलेंगे तो राजनीति की दिशा तय करने की बात तो जरूर हुई होगी। उन्‍होंने फिलहाल सारी जानकारी देने से इनकार किया। हां, इतना जरूर कहा कि देश में बीजेपी भाजपा के विरोध में जो माहौल है, उस पर गंभीर चर्चा की गई। लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती ने भी बताया कि इसमें वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य व संसद के मानसून सत्र के महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई। कयास लगाए जा रहे हैं कि इसमें यूपी चुनाव को लेकर भी चर्चा की गई।

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