आयुष्मान कार्ड पात्रता जानने के लिए 14555 पर करें फोन
गरीबों की स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत (प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना) के तहत पंचायत-पंचायत जाकर गोल्डेन कार्ड बनाने का कार्य सोमवार से जिले में शुरू हो गया। सिविल सर्जन ने आमजन को प्रेरित करने के लिए खुद पालीगंज के आंखों से दिव्यांग युवक का कार्ड बनाया।
पटना । गरीबों की स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत (प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना) के तहत पंचायत-पंचायत जाकर गोल्डेन कार्ड बनाने का कार्य सोमवार से जिले में शुरू हो गया। सिविल सर्जन ने आमजन को प्रेरित करने के लिए खुद पालीगंज के आंखों से दिव्यांग युवक का कार्ड बनाया। वहीं, आयुष्मान के जिला समन्वयक डा. मनोज भारती ने कहा कि 14555 नंबर पर फोन कर लोग अपने राशन कार्ड का नंबर बताकर आयुष्मान कार्ड पात्रता की जानकारी ले सकते हैं। यदि लाभार्थी सूची में नाम है लेकिन प्रधानमंत्री का पत्र नहीं मिला है तो वे राशन कार्ड ले जाकर नजदीकी वसुधा कामन सर्विस केंद्र, यूटीआइ केंद्र या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जाकर कार्ड बनवा सकते हैं।
हर मंगलवार आशा की बैठक
में शामिल होंगे कार्यकर्ता
सिविल सर्जन ने सोमवार को अपने कार्यालय में आयुष्मान आपके द्वार कार्यक्रम की समीक्षा की। समन्वय समिति को आयुष्मान कार्ड की संख्या बढ़ाने के लिए कई निर्देश दिए गए। अब हर मंगलवार को आशा कार्यकर्ताओं की बैठक में वसुधा कामन सर्विस सेंटर और यूटीआइ के कार्यकर्ता भी शामिल होंगे। सभी को निर्देश दिया गया है कि 27 अक्टूबर तक सभी प्रखंडों में अभियान चलेगा। इसके तहत कार्यकर्ता सभी पंचायतों में जाकर जिन लोगों का नाम लाभार्थी सूची में है, उनका कार्ड बनाएंगे। इसके लिए प्रधानमंत्री का पत्र या राशन कार्ड होना जरूरी है। अभियान के दौरान अधिकतम लोगों का गोल्डेन कार्ड बनवाने में आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका, विकास मित्र, जीविका दीदी व आशा कार्यकर्ताओं को प्रेरक की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
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प्रमुख तथ्य एक नजर में
-1 करोड़ 8 लाख परिवार आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के हैं लाभार्थी
-1 करोड़ 29 हजार 655 करोड़ परिवार ग्रामीण क्षेत्रों के
- 8 लाख 65 हजार 521 शहरी परिवारों को मिलना है लाभ
-30 फीसद परिवारों का अबतक बन चुका है गोल्डेन कार्ड
-5 लाख रुपये तक पूरे वर्ष में मुफ्त इलाज करा सकता है परिवार
-3 साल में तीन लाख लोग 300 करोड़ रुपये का करा चुके हैं इलाज
- 940 सरकारी-निजी अस्पताल सम्बद्ध है आयुष्मान योजना से प्रदेश में
- 28 हजार से अधिक सरकारी-निजी अस्पताल सम्बद्ध है पूरे देश में
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