दो दिनों से कपड़े भी नहीं बदल पाए हैं खुशबू और राजीव, पटना के बेउर जेल में ऐसे बीत रहा है वक्त
जिम ट्रेन को गोली मरवाने के आरोप में फिजियोथेरापिस्ट राजीव सिंह और उसकी पत्नी खुशबू सिंह बेउर जेल में बंद हैं। गिरफ्तारी के समय दोनों ने जो कपड़े पहन रखे थे उन्हीं कपड़ों में वे दो दिनों से जेल में शनिवार को उनका तीसरा दिन है।
पटना, जागरण संवाददाता। जिम ट्रेन को गोली मरवाने के आरोप में फिजियोथेरापिस्ट राजीव सिंह और उसकी पत्नी खुशबू सिंह बेउर जेल में बंद हैं। गिरफ्तारी के समय दोनों ने जो कपड़े पहन रखे थे, उन्हीं कपड़ों में वे दो दिनों से हैं। अभी तक घर से उनके कपड़े नहीं आए हैं। जेल में शनिवार को उनका तीसरा दिन है। दोनों को अलग-अलग वार्डों में रखा गया है। खुशबू महिला वार्ड में रखी गई हैं। दोनों को जेल में बनी चावल, दाल और कद्दू की सब्जी दी गई। हाईप्रोफाइल लाइफ जीने वाले पति-पत्नी का समय जेल में सामान्य नहीं बीत रहा है। 22 सितंबर की रात गिरफ्तारी के बाद जेल भेजे जाने के बाद पति-पत्नी ने बीमारी का बहाना बनाते हुए अस्पताल में भर्ती होने का प्रयास किया। लेकिन जेल प्रशासन ने डाक्टर से जांच कराई तो वे फिट निकले। इसके बाद से उन्हें आमद वार्ड में रखा गया है।
पहली रात कुछ भी नहीं खाया था पति-पत्नी ने
बता दें कि जिम ट्रेनर विक्रम सिंह की हत्या के प्रयास के आरोप में राजीव और खुशबू समेत शूटरों और लाइनर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जेल प्रशासन सूत्रों के अनुसार पहली रात पति-पत्नी ने कुछ नहीं खाया था। शनिवार को इन दोनों का आरटीपीसीआर टेस्ट कराया जाएगा। मालूम हाे कि राजीव सिंह जदयू चिकित्सा प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष थे। हालांकि मामले में नाम आने पर पार्टी ने तुरंत उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया था। सत्ताधारी दलों के नेताओं और अफसरों के इनकी करीबी थी। लेकिन वक्त बदलते देर नहीं लगती, इसकी बानगी राजीव सिंह और खुशबू सिंह हैं।
पुलिस के मुताबिक खुशबू सिंह ही पूरे मामले की मास्टरमाइंड थीं। विक्रम से पहले मिहिर से उनकी करीबी थी। मिहिर ने ही खुशबू के कहने पर प्लाट तैयार किया और घटना को अंजाम दिलवाया था। गोली मारने का काम शूटर अमन ने किया था। अमन, आर्यन और शमशाद भी जेल पहुंच चुके हैं। हालांकि पुलिस अब तक इस घटना में शामिल सूरज और विकास को नहींं पकड़ पाई है।