बिहार: शराब के चक्कर में फिर खाकी वर्दी दागदार, अररिया में दारोगा गिरफ्तार
शराब ने एक बार फिर खाकी वर्दी को बदनाम कर दिया। इस बार बिहार के अररिया से यह मामला सामने आया है। शराब लूट के आरोपितों से सांठ-गांठ के आरोप में दारोगा गिरफ्तार हो गया।
अररिया, जेएनएन। शराब लदे वाहन की लूट, अपराधियों से सांठगांठ व रुपये के लेनदेन मामले में अररिया आरएस ओपी में पदस्थापित एएसआइ चितरंजन सिंह को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ के बाद शुक्रवार को उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। वह इस मामले में अप्राथमिक अभियुक्त थे। एसपी धूरत शायली के आदेश पर देर रात सदर थाना प्रभारी कुंदन ने गिरफ्तार किया। बता दें कि पिछले पखवारे ही दरभंगा और मुजफ्फरपुर में थानेदार शराब की वजह से गिरफ्तार हुए थे।
एसडीपीओ केडी सिंह ने बताया कि 25 अगस्त को अररिया-फारबिसगंज हाईवे पर हडिय़ाबारा टोल प्लाजा के पास शराब लदे वाहन को नाटकीय ढंग से गायब कर आरोपितों ने शराब लूट ली थी। घटना के बाद इस मामले में पकड़े गए आरोपी रानीगंज थाना क्षेत्र के पचीरा गांव निवासी विश्वजीत मंडल ने अपने बयान में दरोगा चितरंजन ङ्क्षसह द्वारा घटना में मदद की बात कही। उसने आरोपित एएसआइ पर पैसे के लेनदेन का भी आरोप लगाया था। इसके बाद एसपी के निर्देश पर त्वरित अनुसंधान किया गया। जांच में एएसआइ पर लगे आरोप सही पाए गए।
गौरतलब है कि लूटी गई शराब भरगामा थाना क्षेत्र के सिमरबनी से बरामद की गई थी। इसी मामले में दारोगा को अप्राथमिकी अभियुक्त बनाते हुए उनकी गिरफ्तारी हुई है। बताया जाता है दारोगा के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य उपलब्ध हैं। इस मामले में विश्वजीत मंडल के अलावा अररिया आरएस निवासी राम कुमार भगत भी न्यायिक हिरासत में है। नगर थानेदार ङ्क्षकग कुंदन ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि एसपी अररिया और वरीय अधिकारियों के निर्देश पर यह गिरफ्तारी हुई है।