जीतनराम ने उठाया 'राम' पर सवाल तो BJP हुई गर्म, बिहार में RJD ने पूछा तल्ख सवाल, जदयू ने साधी चुप्पी
Bihar Politics भगवान राम के नाम पर बिहार में बवाल बढ़ता जा रहा है। भाजपा के कुछ नेताओं ने स्कूलों में श्रीराम की जीवनी पढ़ाने की मांग की तो जीतनराम मांझी ने ऐसी बात कह दी कि राज्य की सियासत उबल गई है।
पटना, आनलाइन डेस्क। Bihar Politics: बिहार में भगवान श्रीराम के नाम पर बवाल हो गया है। भाजपा के कुछ नेताओं ने उनकी जीवनी स्कूलों में पढ़ाने की मांग उठाई तो इसके बाद शुरू हुई राजनीतिक बयानबाजी का दौर अब अलग ही रूप लेने लगा है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और बिहार की सरकार में शामिल दल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने राम के अस्तित्व पर ही सवाल खड़ा कर दिया है। इसके बाद सरकार की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा पूरी तरह गर्म है तो सरकार का दूसरा प्रमुख दल जदयू पूरी तरह चुप्पी साध लिया है। इसका नतीजा है कि राजद और कांग्रेस जैसी पार्टियां एनडीए की सरकार और इसमें शामिल दलों पर सवाल उठा रही हैं। राजद ने भाजपा से पूछा है कि उनकी पार्टी जीतनराम के साथ है या भगवान श्रीराम के साथ?
सहयोगी दल पर भाजपा का रवैया गर्म
जीतनराम मांझी के बयान से बिहार के भाजपा नेताओं में गुस्सा है और अपने ही सहयोगी दल की ओर से राम पर सवाल खड़ा किए जाने के बाद उनके सामने एक धर्मसंकट भी खड़ा हो रहा है। भाजपा के विधायक और राज्य के पथ निर्माण मंत्री नीतीन नवीन ने कहा कि खुद को सेकुलर दिखाने के चक्कर में कुछ लोग ऐसा कर देते हैं। मांझी का बयान सही नहीं है और सच्चाई के विपरीत है। वहीं भाजपा विधायक हरिभूषण बचौल ने कहा कि राम को नकारने वाले बहुत से लोगों ने अब राम-राम करना शुरू कर दिया है। जो बचे हैं वे भी बहुत जल्द सुधर जाएंगे।
कांग्रेस और राजद ने गठबंधन पर उठाए सवाल
कांग्रेस और राजद के नेताओं ने भाजपा और हम के बीच गठबंधन पर भी सवाल खड़ा किया है। दोनों दलों के नेता भाजपा के साथ ही हम से भी इस मसले पर सवाल पूछ रहे हैं। इनका कहना है कि मांझी अगर इस तरह की सोच रखते हैं तो वे राम के नाम पर विभाजनकारी राजनीति करने वालों के साथ क्यों खड़े हैं। वहीं राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि भाजपा को बताना चाहिए कि वे जीतनराम के साथ हैं या राम के साथ।