बेटियों के समर्थन में उतरे मांझी, कहा- लड़कियों की पीड़ा से नीतीश सरकार को कोई मतलब नहीं

बिहार में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। रोज-रोज गैंगरेप के मामले सामने आ रहे हैं। अब बेटियों के समर्थन में मांझी सामने आए हैं। कहा- बेटियों के दर्द से नीतीश सरकार को कोई मतलब नहीं है।

By Rajesh ThakurEdited By: Publish:Fri, 13 Dec 2019 09:26 PM (IST) Updated:Sat, 14 Dec 2019 06:41 PM (IST)
बेटियों के समर्थन में उतरे मांझी, कहा- लड़कियों की पीड़ा से नीतीश सरकार को कोई मतलब नहीं
बेटियों के समर्थन में उतरे मांझी, कहा- लड़कियों की पीड़ा से नीतीश सरकार को कोई मतलब नहीं

पटना, राज्य ब्यूरो। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी प्रदेश सरकार पर एक बार फिर हमलावर हो गए हैं। शुक्रवार को पूर्व सीएम मांझी ने कहा कि नीतीश सरकार को बेटियों के दुख-दर्द से कोई मतलब नहीं। हम प्रमुख जीतनराम मांझी पार्टी कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह को संबोधित कर रहे थे। 

मिलन समारोह में पाल धनगर एकता मंच के अध्यक्ष प्रफुल्ल चंद, नीतीश कुमार दांगी और राकेश कुमार ने अपने समर्थकों के साथ हम की सदस्यता ग्रहण की। बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ हम पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मांझी ने कहा कि प्रदेश में लड़कियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ रही हैं और अपराधी खुले आम घूम रहे हैं। यह प्रदेश सरकार की विफलता है। 

उन्होंने मांग की कि दुष्कर्म के मामलों के निपटारे के लिए सरकार स्पेशल कोर्ट बनाए और महीने भर में चार्जशीट और 60 दिनों के अंदर सजा के प्रावधान सुनिश्चित किए जाएं। उन्होंने ऐलान किया कि यदि बिहार में उनकी सरकार आई तो बेरोजगारों को प्रत्येक महीने पांच हजार रुपये बेरोजगारी भत्ता, बच्चियों की स्नातक तक निशुल्क पढ़ाई और दस एकड़ जमीन वालों को खेती के लिए मुफ्त बिजली दी जाएगी। कार्यक्रम में उपेंद्र प्रसाद, बीएल वैश्यंत्री, दानिश रिजवान, राजेश्वर मांझी, अमरेंद्र कुमार त्रिपाठी, गीता पासवान, अनिल रजक  समेत दूसरे नेता मौजूद रहे। 

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