लालू यादव की सभा के लिए न्‍यौता बांट रहे जदयू प्रवक्‍ता नीरज, बोले- मौज का पूरा इंतजाम रहेगा

Bihar Politics मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी और जदयू के प्रवक्‍ता नीरज कुमार आज लालू यादव की सभा में आने के लिए न्‍यौता दे रहे हैं। उन्‍होंने कहा है कि सभा में आने वाले लोगों की थकान मिटाने और मौज का पूरा इंतजाम रहेगा।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 10:12 AM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 10:20 AM (IST)
लालू यादव की सभा के लिए न्‍यौता बांट रहे जदयू प्रवक्‍ता नीरज, बोले- मौज का पूरा इंतजाम रहेगा
राष्‍ट्रीय जनता दल के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष लालू यादव। फाइल फोटो

पटना, आनलाइन डेस्‍क। Bihar Politics: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव करीब छह साल के बाद आज किसी चुनाव सभा को संबोधित करेंगे। राजद अध्‍यक्ष बिहार विधानसभा की दो सीटों कुशेश्‍वरस्‍थान और तारापुर में आज चुनावी रैलियां करेंगे। इससे पहले वे 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचार करते दिखे थे। इसके बाद करीब साढ़े तीन साल तक वे चारा घोटाले में सजा के तौर पर रांची की जेल में बंद रहे। जमानत पर जेल से बाहर आए लालू की नई सियासी पारी पर जदयू ने तंज कसा है। जदयू के प्रवक्‍ता नीरज कुमार सिंह ने कहा है कि लोग सावधान हो जाएं, जंगल राज के सुल्‍तान आ रहे हैं। नीरज, मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार की कैबिनेट में सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री रह चुके हैं।

कविता की शैली में नीरज ने लालू पर किया हमला

नीरज ने लालू पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार विधानसभा की दोनों सीटों पर अब रंगारंग हास्‍य ठहाकेदार कार्यक्रम होने वाला है। लोगों की थकान अब मिट जाएगी। जमुरा और चेला के साथ 15 साल जंगल राज के सुल्‍तान आ रहे हैं। मौज के लिए भारी संख्‍या में पधारें। उन्‍होंने ट्वीट करते लिखा है कि अपने पशु चारे की रक्षा स्‍वयं करें।

भाड़े पर भीड़ बुलाने का लगाया आरोप

नीरज ने कहा कि लालू यादव ने अपने बेटों तेजस्‍वी यादव और तेज प्रताप यादव को भाड़े पर भीड़ बुलाने, मौका देखकर चेहरा चमकाने, आनन-फानन में दिल्‍ली से कूद कर आने, हंसी-मजाक करने और गाल बजाने, करतब कर ताली बजवाने और चुनाव के बाद गायब हो जाने का गुण अच्‍छा सिखाया है। उन्‍होंने कहा कि जनता उनको खोज रही है। राजद का दोनों सीटों पर चुनाव हारना बिल्‍कुल तय है।

चरवाहा विद्यालय की जगह खुला पोलीटेक्निक

नीरज ने कहा कि जहां लालू ने चरवाहा विद्यालय खोला था, वहां अब पोलीटेक्निक संस्‍थान है। बिहार के भविष्‍य को अपना चरवाहा विद्यालय पहुंचाया था। अपने बेटों को तो दिल्‍ली भेज कर खूब अंग्रेजी सिखाई। अब तारापुर जाकर क्‍या मुंह दिखाएंगे?

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