बिहारः तेजस्वी यादव के सत्ता मांगने पर जदयू का पलटवार, पूजा का प्रसाद नहीं जो मांगने से मिल जाएगा

जदयू ने मंगलवार को कहा कि सत्ता कोई पूजा का प्रसाद नहीं जो तेजस्वी यादव को मांगने पर मिल जाएगा। उनकी स्थिति तो यह है कि उनसे अपना विधानसभा क्षेत्र राघोपुर तक नहीं संभल रहा। वहां गली-गली में उनके लापता होने का पोस्टर लगा हुआ है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 06:08 AM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 06:08 AM (IST)
बिहारः तेजस्वी यादव के सत्ता मांगने पर जदयू का पलटवार, पूजा का प्रसाद नहीं जो मांगने से मिल जाएगा
राष्ट्रीय जनता दल नेता तेजस्वी यादव। जागरण आर्काइव।

राज्य ब्यूरो, पटना: जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने मंगलवार को कहा कि सत्ता कोई पूजा का प्रसाद नहीं, जो तेजस्वी यादव को मांगने पर मिल जाएगा। उनकी स्थिति तो यह है कि उनसे अपना विधानसभा क्षेत्र राघोपुर तक नहीं संभल रहा। वहां गली-गली में उनके लापता होने का पोस्टर लगा हुआ है।

जदयू के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार का पूरा सिस्टम और स्वयं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना महामारी काल में जनता को मदद पहुंचाने में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इसी का यह परिणाम है कि कोरोना की रफ्तार में अब प्रत्यक्ष कमी देखी जा रही है। कोरोना संक्रमितों की संख्या घटने लगी है। यह मुख्यमंत्री की सही रणनीति का नतीजा है। वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पुन: अपनी नासमझी का परिचय देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था पर बेवजह सवाल उठाया है। दरअसल उन्हें जनता की सेवा नहीं करनी है, बल्कि सेवा के नाम पर नाटक करना है। यही वजह है कि उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि तेजस्वी यादव सुशासन की सरकार को बदनाम करने की साजिश रचना चाहते हैैं, लेकिन इसमें वह कभी सफल नहीं होंगे। स्वास्थ्य विभाग सुचारू ढंग से सही रणनीति बनाकर कोरोना संक्रमितों को राहत देने में लगा है। 

राजनीतिक ड्रामेबाजी में तेजस्वी यादव का कोई जोड़ नहीं : संजय

प्रदेश जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने मंगलवार को कहा कि राजनीतिक ड्रामेबाजी में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का कोई जोड़ नहीं। पहले इंटरनेट मीडिया पर लाइव और अब लेटर पालिटिक्स। संजय ने कहा कि तेजस्वी यादव के बारे में यह कहा जा सकता है कि महामारी में अवसर तलाशने वाला ऐसा नेता कभी नहीं देखा गया। राज्य की जनता उन्हें देखकर अचंभित हैैं। लोकतांत्रिक परंपराओं और संसदीय प्रणाली को तिलांजलि देकर वह फरार हैैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार पूरी तरह संवेदनशील है। महामारी शहरी इलाके में हो या ग्रामीण क्षेत्रों में, सरकार भेदभाव के बगैर काम कर रही है। संजय ने कहा कि तेजस्वी यादव को अगर इस बात का अहसास है कि विधानसभा लोकतंत्र का मंदिर है तो विरोधी दल के नेता के रूप में भी उन्हें अपने दायित्व को भी समझना चाहिए। आपदा के इस दौर में वह अपना योगदान दे सकते हैैं। उन्हें इस काम में किसने रोका है?

chat bot
आपका साथी