पटना में जदयू प्रदेश अध्यक्ष की गाड़ी रोकना पड़ा महंगा, एफआइआर दर्ज कर दो को भेजा जेल
विसर्जन में शामिल कुछ युवकों ने उनकी गाड़ी पर हमला किया। पंडारक प्रखंड में तैनात कनीय अभियंता मनोज कुमार द्वारा इस संबंध में पंडारक थाने में सोमवार की रात ही पांच लोगों पर नामजद तथा 15-20 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
संवाद सहयोगी, बाढ़ (पटना): पंडारक में सोमवार की रात मां दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के दौरान जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा की गाड़ी फंसी रही। इस दौरान विसर्जन में शामिल कुछ युवकों ने उनकी गाड़ी पर हमला किया। पंडारक प्रखंड में तैनात कनीय अभियंता मनोज कुमार द्वारा इस संबंध में पंडारक थाने में सोमवार की रात ही पांच लोगों पर नामजद तथा 15-20 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। एफआइआर दर्ज करने के बाद रात में ही पुलिस ने कई जगहों पर दबिश दी। दो नामजद अभियुक्तों गौरव कुमार और भोला प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया गया।
रातभर थाने में रखा बैठाए
पुलिस ने दोनों युवकों को जेल भेज दिया है। अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी को दबाव बनाने के लिए पुलिस ने पूर्वांचल दुर्गा पूजा समिति, पंडारक के सचिव शिवकुमार शर्मा, राजीव रंजन, राकेश कुमार सहित कई सदस्यों को रातभर थाने में बिठाए रखा। बाढ़ एएसपी के हस्तक्षेप के बाद मंगलवार को अपराह्न पूजा समिति के सदस्यों को छोड़ा गया।
नामजद का नहीं है आपराधिक रिकार्ड
मामले को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस द्वारा नामजद लोगों में किसी का आपराधिक रिकार्ड नहीं रहा है। प्रतिमा विसर्जन के दौरान जदयू प्रदेश अध्यक्ष के अंगरक्षकों द्वारा बल प्रयोग कर भीड़ के बीच से जबरन गाड़ी निकालने के प्रयास का विरोध युवकों ने किया था।
एनएच-31 से पटना की ओर जा रहे थे
मालूम हो कि सोमवार रात करीब नौ बजे जदयू के प्रदेश अध्यक्ष एनएच 31 से पटना की ओर जा रहे थे। जैसे ही उनकी गाड़ी पंडारक छोटी दुर्गा स्थान के पास पहुंची, देवी विसर्जन के लिए जा रहे लोगों ने गाड़ी रोक दी। देवी की प्रतिमा के आगे निकलने तक गाड़ी रोककर रखने के लिए कहा गया। बाढ़ एएसपी अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि दो लोगों को जेल भेज दिया गया है। कई और लोगों पर कार्रवाई की जा सकती है।