रूपेश हत्याकांड : ऋतुराज की रिमांड के बाद भी हाथ नहीं आए फरार तीनों अपराधी

इंडिगो के एयरपोर्ट मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या के मुख्य आरोपित ऋतुराज के तीन सहयोगियों को अभी पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 20 Feb 2021 01:21 AM (IST) Updated:Sat, 20 Feb 2021 01:21 AM (IST)
रूपेश हत्याकांड : ऋतुराज की रिमांड के बाद भी हाथ नहीं आए फरार तीनों अपराधी
रूपेश हत्याकांड : ऋतुराज की रिमांड के बाद भी हाथ नहीं आए फरार तीनों अपराधी

पटना । इंडिगो के एयरपोर्ट मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या के मुख्य आरोपित ऋतुराज को तीन दिनों तक रिमांड पर लेने के बाद भी पटना पुलिस उससे कई अहम राज उगलवाने में कामयाब नहीं हो सकी। यहां तक कि फरार तीनों साथियों को गिरफ्तार भी नहीं कर सकी। इसी बीच उसकी रिमांड अवधि शुक्रवार की सुबह दस बजे खत्म हो गई और उसे वापस फुलवारीशरीफ जेल भेज दिया गया। एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि रिमांड अवधि समाप्त होने पर ऋतुराज को जेल भेजा गया है। तीनों आरोपितों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।

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मोबाइल और पिस्टल के सवाल का नहीं मिला जवाब

ऋतुराज को रिमांड पर लेने के बाद पुलिस ने उससे कई तरह के सवाल किए। वह हत्या के पीछे की मुख्य वजह रोडरेज ही बताता रहा, लेकिन उसका मोबाइल कहां है? यह नहीं पता कर सकी। इतना ही नहीं, पूछताछ के बाद भी तीनों साथियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी और न ही उनके सटीक ठिकानों की जानकारी जुटा सकी। वारदात में उसने बरामद पिस्टल ही प्रयुक्त की थी या नहीं? इस सवाल के जवाब में भी पुलिस उलझी रही। थक हारकर अब पुलिस उस पिस्टल को एफएसएल जांच के लिए भेजेगी। साथ ही फरार तीनों आरोपितों के खिलाफ वारंट के लिए कोर्ट में आवेदन दिया जाएगा, जिससे कुर्की की प्रक्रिया आगे बढ़े। ऋतुराज से पूछताछ के लिए पुलिस ने पांच दिनों की रिमांड का आवेदन समर्पित किया था। कोर्ट ने तीन दिनों की ही रिमांड दी थी। एसएसपी सहित अन्य अधिकारियों और सीआइडी व एसटीएफ अधिकारियों ने उससे पूछताछ की। सूत्रों की मानें तो गिरफ्तारी के समय ऋतुराज ने जो बयान दिया था, वह उसी पर टिका रहा। पूछे गए 45 से अधिक सवालों के दिए जवाब

एसआइटी ने रिमांड लेने के बाद ऋतुराज से तीन दिनों में करीब 25 घंटे तक पूछताछ की। 45 से अधिक सवाल पूछे। सूत्रों की मानें तो वह कई सवाल सुनने के बाद सिर्फ हां-ना में जवाब देता रहा। पुलिस इस सवाल का जवाब खोजती रही कि वारदात में कोई और था या नहीं? मगर कामयाबी नहीं मिली। ऋतुराज ने नवंबर में बाइक से कार में टक्कर के बाद विवाद की बात ही दोहराई। उसने बताया कि बदला लेने के लिए तीन-चार बार रूपेश की हत्या की योजना बनाई, लेकिन कामयाब नहीं हो सका। इसके बाद उसने कार का पीछा कर अपार्टमेंट के सामने कार में ही गोली मार दी। इसके बाद वह रामकृष्णा नगर के किराए के कमरे में जाकर सो गया था। हत्या के पीछे कोई और कारण या इसके पीछे किसी और नाम? इस सवाल पर भी उसका एक ही जवाब था, कि उसने ही हत्या की साजिश रची थी। पुलिस ने उसके तीन अन्य साथियों के बारे में भी पूछा। जिस पर उसने पवन के बारे में कुछ अहम जानकारी, जबकि दो अन्य बारे में वह कुछ बताने में असमर्थता जताता रहा। उसके कहने पर ही पवन ने दो अन्य लोगों को बुलाकर लाया था, जिससे ऋतुराज की ज्यादा जान पहचान नहीं थी। फरार तीनों अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद अहम जानकारी

फरार तीनों अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद कुछ और बातें सामने आ सकती है। ऋतुराज अपने साथियों के बारे में कितना सच बोल रहा है? हत्या की योजना कब से बनाई जा रही है? क्या ऋतुराज के बयान सच है? ऐसे कई सवालों का अब जवाब तीनों की गिरफ्तारी के बाद मिलेंगे।

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