कोविड काल में बिहार के सरकारी स्‍कूलों में मिड डे मिल के बदले बच्चों को मिलेगा अनाज

कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के चलते भले ही सरकारी स्कूलों को बंद किया गया है लेकिन कक्षा 1 से 8 तक पढ़ाई करने वाले बच्चों को मध्याह्न भोजन योजना का लाभ मिलता रहेगा। 72 हजार सरकारी विद्यालयों के बच्चों को मिड डे मील का खर्च भी मिलेगा।

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 03:00 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 03:00 PM (IST)
कोविड काल में बिहार के सरकारी स्‍कूलों में मिड डे मिल के बदले बच्चों को मिलेगा अनाज
बच्‍चो को मिड डे मील में मिलेगा अनाज, सांकेतिक तस्‍वीर।

पटना, राज्य ब्यूरो। कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के चलते भले ही बिहार में सरकारी स्कूलों को बंद किया गया है, लेकिन कक्षा 1 से 8 तक पढ़ाई करने वाले बच्चों को मध्याह्न भोजन योजना का लाभ मिलता रहेगा। बच्‍चों को मिड डे मिल में अनाज के अलावा भोजन बनाने पर खर्च होने वाली राशि दी भी जाएगी। इसकी सारी तैयारियां शिक्षा विभाग के स्तर से की जा रही है। शिक्षा विभाग की ओर से इस संबंध में सभी जिलों को आदेश शीघ्र जारी किया जाएगा।

राशि बैंक खाते में भेजी जाएगी

मध्याह्न भोजन निदेशालय के निदेशक सतीश चंद्र झा ने बताया कि कक्षा 1 से 5 तक के प्रत्येक बच्चे को 8 किलो खाद्यान्न और भोजन बनाने के खर्च के एवज में राशि मुहैया करायी जाएगी। इसी तरह कक्षा 6 से 8 तक प्रति विद्यार्थी 12 किलो खाद्यान्न और राशि दी जाएगी। प्रारंभिक विद्यालयों में अनाज लेने बच्चे नहीं आएंगे, बल्कि उनके अभिभावक आएंगे और उन्हें ही अनाज दिया जाएगा। जबकि भोजन बनाने के एवज में मिलने वाली राशि विद्यार्थियों या उनके अभिभावकों के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से भेजी जाएगी।

---

chat bot
आपका साथी