बिहार में उज्ज्वला योजना के लाभार्थी नहीं खरीद रहे गैस सिलेंडर, रसोई गैस महंगा होने से बढ़ी परेशानी

बिहार में उज्ज्वला योजना के तहत 84.83 लाख एलपीजी कनेक्शन बांटे गए हैं। ऐसे उपभोक्‍ताओं को रसोई गैस की पूरी कीमत चुकानी पड़ती है। इस कारण जितने कनेक्‍शन दिए गए हैं उतने गैस सिलेंडरों की बिक्री नहीं हो रही है।

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 05:10 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 01:25 PM (IST)
बिहार में उज्ज्वला योजना के लाभार्थी नहीं खरीद रहे गैस सिलेंडर, रसोई गैस महंगा होने से बढ़ी परेशानी
बिहार में फिलहाल उज्‍जवला के तहत नहीं दिए जा रहे कनेक्‍शन, सांकेतिक तस्‍वीर ।

पटना, दिलीप ओझा। उज्ज्वला योजना के तहत बिहार में अब तक 84.83 लाख रसोई गैस कनेक्शन दिए गए हैं। सामान्य उपभोक्ताओं की तुलना में यह आंकड़ा महज 16.42 लाख ही कम रह गया है। मगर जितने कनेक्‍शन बांटे गए हैं, उस अनुपात में सिलेंडर की बिक्री नहीं हो रही है। फिलहाल इस योजना के तहत रसोई गैस कनेक्शन नहीं मिल रहा है । हालांकि, इसके फिर शुरू होने की भी उम्मीद है।

उज्ज्वला के तहत सिलेंडर की बिक्री कम

हकीकत है कि उज्ज्वला योजना के तहत जितने कनेक्शन बांटे गए हैं, उसके अनुपात में सिलेंडर नहीं लिए जा रहे हैं। बिहार एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन के महासचिव डॉ. रामनरेश सिंह ने कहा कि सामान्य उपभोक्ता औसतन साल में नौ से 10 सिलेंडर लेते हैं। जबकि, उज्ज्वला श्रेणी के उपभोक्ता साल में तीन से चार सिलेंडर ही भरवाते हैं। रसोई गैस सिलेंडर की कीमत बढ़ने के बाद इस श्रेणी के उपभोक्ताओं की मुश्किलें और बढ़ीं हैं।

कुल उपभोक्ताओं में उज्ज्वला की हिस्सेदारी

एक मई 2016 को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से प्रधानमंत्री ने उज्ज्वला योजना की शुरुआत की थी। आर्थिक-सामाजिक रूप से पिछड़ी महिलाओं को धुएं से मुक्ति दिलाने के लिए शुरू की गई इस योजना के तहत बिहार में अब तक कुल 84.83 लाख कनेक्शन दिए जा चुके हैं। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) की मुख्य प्रबंधक (योजना एवं समन्वय, बिहार-झारखंड) वीणा कुमारी के अनुसार बिहार में सामान्य उपभोक्ताओं की तुलना में उज्ज्वला के उपभोक्‍ता केवल 16.42 लाख कम हैं।

उज्ज्वला योजना में क्या मिलता है लाभ, जानिए

उज्ज्वला योजना के तहत लाभार्थियों को एक नया सिलेंडर , एक प्रेशर रेग्यूलेटर,  डीजीसीसी पुस्तिका, एक सुरक्षा नली मुफ्त दी जाती थी। इस श्रेणी के उपभोक्ताओं से इंस्टॉलेशन शुल्क भी नहीं लिया जाता था। साथ ही गैस चूल्हा खरीदने और पहली बार सिलेंडर भरवाने पर होने वाले खर्च का भुगतान करने के लिए किस्त की भी सुविधा दी जाती थी। खास यह कि ऐसे उपभोक्ताओं को सिलेंडर तो मुफ्त मिला है, लेकिन रसोई गैस की पूरी कीमत देनी होती है। गैस भरवाने के बाद उन्हें निर्धारित सब्सिडी भी बैंक खाते में भेजी जाती है।

फिर शुरू होगी उज्ज्वला योजना

आइओसी की मुख्य प्रबंधक वीणा कुमारी ने कहा कि उज्ज्वला योजना के तहत अभी कनेक्शन नहीं दिए जा रहे हैं, लेकिन आम बजट में एक करोड़ लोगों को इस योजना के तहत और कनेक्शन देने की बात कही गई है। इसलिए आने वाले दिनों में योजना फिर शुरू की जाएगी।

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