आइजीआइएमएसः मरीजों के परिजनों को ठहरने के लिए 70 में बेड और 20 रुपये में मिलेगा भोजन Patna News

आइजीआइएसएस में तीमारदारों को ठहरने के लिए 70 रुपये में बेड एवं खाने के लिए 20 रुपये में भोजन मुहैया कराया जाएगा।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Sun, 17 Nov 2019 09:21 AM (IST) Updated:Sun, 17 Nov 2019 09:21 AM (IST)
आइजीआइएमएसः मरीजों के परिजनों को ठहरने के लिए 70 में बेड और 20 रुपये में मिलेगा भोजन Patna News
आइजीआइएमएसः मरीजों के परिजनों को ठहरने के लिए 70 में बेड और 20 रुपये में मिलेगा भोजन Patna News

पटना, जेएनएन। आइजीआइएमएस में अब मरीजों के परिजनों को पहले से ज्यादा सुविधा मुहैया कराई जाएगी। तीमारदारों को ठहरने के लिए 70 रुपये में बेड एवं खाने के लिए 20 रुपये में भोजन मुहैया कराया जाएगा। पावरग्रिड की ओर से बनाए गए विश्रमगृह को आइजीआइएमएस को दे दिया गया। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने एम्स दिल्ली में विश्रम गृह का संचालन करने वाली एनजीओ को जवाबदेही सौंपी। इतना ही नहीं 70 रुपये बेड चार्ज को कम करने के लिए ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने केंद्रीय मंत्री आरके सिंह से आग्रह किया। इस पर केंद्रीय मंत्री ने इसे 50 रुपये करने का निर्देश दिया है।

सभी फ्लोर पर डबल बेड के 32 रूम

एक-दो दिनों में दर निर्धारित कर दी जाएगी। परिसर में सभी फ्लोर पर डबल बेड के 32 रूम हैं। कुल मिलाकर 64 बेड होंगे। जबकि डॉरमेट्री में 192 बेड होंगे। सभी डबल बेड रूम में शौचालय उपलब्ध होगा। जबकि हर फ्लोर पर पुरुष एवं महिलाओं के लिए शौचालय है। ग्राउंड फ्लोर पर रिसेप्शन, वेटिंग एरिया है। इसमें एक सौ कुर्सी लगाने की जगह है। जबकि डायनिंग हॉल में 48 कुर्सियां लगाई जा सकती हैं। कैफेटेरिया में 100 कुर्सियां होंगी। दो आरओ प्लांट लगाए गए हैं। किचेन भी इसी में बनाया गया है। पूरा भवन फायरप्रूफ सिस्टम से लैस है।

10 एंबुलेंस सीएसआर के तहत मिलीं

केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री आरके सिंह ने 10 एडवांस कॉर्डियक एंबुलेंस को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। ये सभी एंबुलेंस स्वास्थ्य विभाग के अधीन कार्य करेंगी। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की मांग पर 15 और एंबुलेंस दी जाएंगी। स्वास्थ्य मंत्री ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि यह पहली घटना है कि किसी कार्यक्रम के शिलान्यास व उद्घाटन के अवसर पर मैं उपस्थित रहा हूं।

सड़क पर सोते थे मरीज

केंद्रीय उर्जा राज्य मंत्री आरके सिंह ने कहा कि जब हम पटना प्रमंडलीय आयुक्त था तब किसी कारण से हमें आइजीआइएमएस आना पड़ता था। तब देखा था कि यहां सड़क व पूरे परिसर में खुले आसमान में लोग सोए है। तब से हमें इनके लिए कुछ करने का मन था। आज वह कसक पूरी हो गई। इससे काफी मरीजों को परेशानी दूर होगी। अब हम ऐसे मरीजों के लिए भी कार्य करेंगे जो 70 या 50 रुपये देने में असमर्थ है। उनके रहने की भी व्यवस्था कराई जाएगी।

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