रिफाइंड व सरसों तेल के रेट से घर का बजट हो रहा फेल

सरसों तेल की कीमतों में धीरे-धीरे वृद्धि का सिलसिला जारी है। इसका भाव अब न्यूनतम 170 रुपये है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 01:13 AM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 01:13 AM (IST)
रिफाइंड व सरसों तेल के रेट से घर का बजट हो रहा फेल
रिफाइंड व सरसों तेल के रेट से घर का बजट हो रहा फेल

पटना। सरसों तेल की कीमतों में धीरे-धीरे वृद्धि का सिलसिला जारी है। इसका भाव अब न्यूनतम 170 रुपये और अधिकतम 210 रुपये प्रति किलो हो गया है। रिफाइंड भी पांच रुपये बढ़कर 165 से 180 रुपये किलो बिकने लगा है। सरसों तेल व रिफाइंड का भाव इस महीने अब तक 10 रुपये प्रति किलो बढ़ चुका है।

सरसों तेल और रिफाइंड में तेजी का सिलसिला जारी है। सरसों तेल का भाव अप्रैल के दूसरे सप्ताह में 150 से 175 रुपये था। तीन मई तक यह 165 से 200 रुपये किलो पर पहुंच गया। अब यह 170 से 210 रुपये किलो बिकने लगा है। इस पर भी मिल वाले कह रहे हैं कि पड़ता नहीं है। खली बेचने पर कुछ राहत मिल रही है। सरसों जिस तरह से महंगी हुई है, इसका तेल 225 रुपये किलो बिकना चाहिए। अशोक नगर के मिल संचालक विनोद ने कहा कि इसी सीजन में सरसों तेल का भाव 250 रुपये तक जा सकता है। सरसों का ही भाव 90 से 95 रुपये किलो हो गया है। पिछले सप्ताह यह 87 से 92 रुपये किलो था। सरसों की आपूर्ति भी ऑर्डर के अनुसार नहीं हो रही है। विक्रेताओं का कहना है कि स्टॉकिस्ट और कीमत बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं।

सरसों तेल का भाव बढ़ने का असर रिफाइंड पर पड़ रहा है। बिहार खुदरा विक्रेता महासंघ के महासचिव रमेश तलरेजा ने कहा कि रिफाइंड भी 160 से 175 रुपये किलो के बीच था, जो अब 165 से 180 रुपये किलो बिकने लगा है। अप्रैल में रिफाइंड 140 से 155 रुपये प्रति किलो पर था। उन्होंने कहा कि पिछले साल से तुलना करें तो सरसों तेल और रिफाइंड लगभग 100 रुपये प्रति किलो महंगा हो चुका है। जानकारों का कहना है कि सरसों तेल और रिफाइंड में तेजी की वजह से हर घर का बजट 500 से 1000 रुपये बढ़ गया है। इससे लोग असहज हो गये हैं। आशंका यह भी कि इन दोनों की कीमतें और बढ़ सकती हैं।

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