बिहार में अबतक 15 गुना से ज्यादा धान खरीद पर सरकार अलर्ट, अब हर हफ्ते समीक्षा करेंगे डीएम

ढाई लाख से ज्यादा मीट्रिक टन धान खरीद हो चुकी है। ऐसे में सभी जिलों में क्रय केंद्रों पर निगरानी बढ़ाने और किसानों से कोई भी शिकायत मिलने पर उसका तत्काल समाधान करने का आदेश जिलाधिकारियों को दिया गया है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 06:09 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 06:09 PM (IST)
बिहार में अबतक 15 गुना से ज्यादा धान खरीद पर सरकार अलर्ट, अब हर हफ्ते समीक्षा करेंगे डीएम
बिहार में धान खरीद को लेकर सरकार एक्शन मोड में है। सांकेतिक तस्वीर।

राज्य ब्यूरो, पटना: पिछले साल की अपेक्षा इस बार अबतक 15 गुना से ज्यादा धान खरीद को देखते हुए सरकार एक्शन मोड में है। ढाई लाख से ज्यादा मीट्रिक टन धान खरीद हो चुकी है। ऐसे में सभी जिलों में क्रय केंद्रों पर निगरानी बढ़ाने और किसानों से कोई भी शिकायत मिलने पर उसका तत्काल समाधान करने का आदेश जिलाधिकारियों को दिया गया है। साथ ही हर हफ्ते जिला स्तर पर धान खरीद की समीक्षा करने को कहा गया है ताकि धान खरीद में किसी प्रकार की बाधा किसानों के समक्ष पैदा नहीं हो। खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव विनय कुमार ने बुधवार को यह आदेश सभी जिलों को दिया।

आदेश में यह हिदायत दी गई है कि पैक्सों और व्यापार मंडलों द्वारा किसानों को किसी तरह से परेशान किए जाने की शिकायत मिले तो संबंधित क्रय केंद्र के विरुद्ध तत्काल एक्शन लिया जाए और इसकी रिपोर्ट मुख्यालय को मुहैया करायी जाए। मंडियों पर मुस्तैदी से नजर रखी जाए और हर दिन जिले के पदाधिकारी मंडियों में जाकर मुआयना करें। क्रच केंद्रों पर आए किसानों से संवाद भी करें और उनकी कोई परेशानी हो तो आन द स्पाट पर समाधान करें। - खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग का आदेश - जिलों में क्रय केंद्रों पर बढ़ायी जाए निगरानी - जनशिकायत का हो तत्काल समाधानधान खरीद के मामले में कोई शिकायत नहीं मिली

खाद्य सचिव ने बताया कि अब तक किसी जिले से धान खरीद के मामले में कोई शिकायत नहीं मिली है। अब तक 7 हजार 44 केंद्रों पर धान खरीद हो रही है। राज्य में कुल 816 पैक्सों व व्यापार मंडलों को धान खरीद की व्यवस्था की गयी है। पैक्सों से संबद्ध 150 मिलों में धान से चावल तैयार कराने का आदेश दिया गया है। तैयार चावल करी आपूर्ति राज्य खाद्य निगम को करने को कहा गया है। राज्य में निबंधित 1513 मिलों में चावल तैयार करने की व्यवस्था की गई है।

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