Saran: जेपी यूनिवर्सिटी के कुलपति से राजभवन ने किया शो कॉज, रजिस्‍ट्रार की रिपोर्ट पर कार्रवाई

दैनिक वेतनभोगी एवं संविदा कर्मचारियों अग्रिम देने का मामला। कालेजों की नवसंबद्धता की जांच रिपोर्ट में भी मिली है गड़बड़ी। मामले की अपने स्‍तर से भी राजभवन करा रहा है जांंच। कुलपति का वित्‍तीय अधिकार अभी है सीज।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Tue, 13 Jul 2021 03:51 PM (IST) Updated:Tue, 13 Jul 2021 03:51 PM (IST)
Saran: जेपी यूनिवर्सिटी के कुलपति से राजभवन ने किया शो कॉज, रजिस्‍ट्रार की रिपोर्ट पर कार्रवाई
जयप्रकाश विवि के कुलपति पर कार्रवाई। विवि का फाइल फोटो

छपरा, जागरण संवाददाता। जयप्रकाश विश्‍वविद्यालय (JP University) के दैनिक वेतन भोगी व संविदा कर्मियों को अग्रिम देने एवं कॉलेजों की नवसंबद्धता में अनियमितता बरतने को लेकर राजभवन ने कुलपति प्रो.फारुख  अली से शो काज (Show Cause to VC) किया है। इस संबंध में राजभवन के संयुक्त सचिव राज कुमार सिन्हा ने पत्र भेजा है। राजभवन ने  जेपी विश्‍वविद्यालय के कुलसचिव को डा. रविप्रकाश  बबलू की जांच रिपोर्ट पर यह कार्रवाई की है।

लाखों रुपये का किया गया अग्रिम में भुगतान 

सूत्रों ने बताया कि विवि के  दैनिक वेतन भोगी एवं संविदा कर्मी को कई लाख रुपये पूर्व कुलसचिव कर्नल श्याम नंदन झा  के कार्यकाल में अग्रिम के रूप में दिए गए। इसको लेकर रंजन कुमार ने राजभवन में शिकायत की थी। उन्होंने जेपीयू के नव संबद्ध महाविद्यालयों (Newly affiliated colleges) की स्‍वीकृति के लिए जांच में गड़बड़ी करने की भी शिकायत की थी। इस मामले में राजभवन ने कुलसचिव से रिपोर्ट तलब की थी। राज भवन ने शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के वेतन विसंगति को लेकर पूर्व में  एक कमेटी भी बनाई थी। वह अभी जांच कर ही रही है। विवि  सूत्रों ने बताया कि वर्तमान कुलपति प्रो. फारुख अली का जब वित्तीय व  प्रशासनिक पावर सीज नहीं हुआ था उसके पूर्व ही दैनिक व संविदा कर्मियों  काे अग्रिम दिया गया था। मालूम हो कि कुलपति प्रो. फारुख्‍ अली का प्रशासनिक वित्तीय पावर इन्हीं कारणों से राजभवन ने सीज कर दिया। उसकी जांच राजभवन दो सदस्यीय कमेटी से करा रहा है।  

हाई स्कूल की जमीन  को दिखाया कालेज की जमीन

जेपीयू में आठ नवसंबद्ध  कॉलेजों की रिपोर्ट में भी गड़बड़ी का मामला पकड़ में आया है। शिकायतकर्ता रंजन कुमार के आवेदन के आलोक में राजभवन ने उसकी भी जांच कर रिपोर्ट देने को कहा था। कुलसचिव ने पिछले माह  रिपोर्ट भेजी थी। इतना ही नहीं छपरा के एक  कॉलेज की जमीन के कागज में हेराफेरी करने का मामला पकड़ में आया है। सूत्रों ने बताया कि हाई स्कूल की जमीन के कागज पर खेल कर कॉलेज का नाम लिखकर संबद्धता के लिए जमा किया गया था। उसे बिना जांच किए ही संबद्धता को ले भेज दिया गया। 

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