बिहार में किसानों के लिए खुशखबरीः अधिकारियों ने थाम लिया है तराजू, खरीदार देख चौंक जाएंगे आप

राज्य का कृषि विभाग किसानों की जैविक सब्जी को बेचने के लिए आगे आया है। पटना में सचिवालय में विभाग प्रत्येक सोमवार एवं शुक्रवार को काउंटर लगाता है जिसमें विक्रेता कृषि अधिकारी होते हैं और खरीदार के रूप में राजधानीवासी जैविक सब्जी लेने आते हैं। जानें क्या है मामला-

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 11:08 AM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 11:08 AM (IST)
बिहार में किसानों के लिए खुशखबरीः अधिकारियों ने थाम लिया है तराजू, खरीदार देख चौंक जाएंगे आप
कृषि विभाग के अधीन कार्यरत बिहार राज्य बीज एवं जैविक प्रमाणन एजेंसी के अंतर्गत जैविक सब्जियां।

नीरज कुमार, पटना: किसानों के लिए यह खुशखबरी है। राज्य का कृषि विभाग किसानों की जैविक सब्जी को बेचने के लिए आगे आया है। पटना में सचिवालय में विभाग प्रत्येक सोमवार एवं शुक्रवार को काउंटर लगाता है जिसमें विक्रेता कृषि अधिकारी होते हैं और खरीदार के रूप में राजधानीवासी जैविक सब्जी लेने आते हैं। राजधानी से शुरू हुआ यह प्रयोग जल्द दूसरे उन जिलों तक जाएगा जहां के किसान बड़े पैमाने पर जैविक सब्जी की खेती कर रहे हैं। 

बाजार से मिलता ज्यादा दाम 

राजधानी में कृषि विभाग ने सचिवालय परिसर में जैविक सब्जी के लिए काउंटर खोला है। खास बात यह है कि यहां जैविक सब्जी बाजार से 50 से 60 फीसद अधिक कीमत पर बिक रही है।  अभी राजधानी में 25 रुपये किलो मटर बिक रही है, लेकिन सचिवालय काउंटर पर जैविक मटर 40 रुपये प्रति किलो बिकी। लोगों ने इसे काफी पसंद किया। इसका सीधा लाभ किसानों को मिल रहा है। बेची गई सब्जी की कीमत अगले दिन ही किसानों को दी जाती है। राज्य में 18 हजार 60 किसान जैविक सब्जी के उत्पादन में लगे हैं। जैविक सब्जियों की बिक्री कृषि विभाग के बिहार स्टेट सीड एंड आर्गेनिक सर्टिफिकेशन एजेंसी कर रही है। पटना में 10 क्विंटल से अधिक सब्जी की बिक्री की जा चुकी है। इसमें मटर, ब्रोकली, बैगन, टमाटर, मूली, फूल व पत्ता गोभी एवं मशरूम प्रमुख हैं। 

13 हजार एकड़ में हो रही जैविक सब्जी की खेती

एजेंसी के निदेशक सुनील कुमार पंकज का कहना है कि राज्य के 13 जिलों के किसान जैविक खेती कर रहे हैं। इसमें बक्सर, भोजपुर, पटना, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, मुंगेर, खगडिय़ा, भागलपुर, कटिहार, नालंदा, बेगूसराय एवं लखीसराय के किसान शामिल हैं। कृषि विभाग की ओर से पटना के फतुहा में जैविक फॉर्म विकसित किया गया है। यहां विभाग स्वयं जैविक सब्जी का उत्पादन कर रहा है। विभाग की पहल पर 13 हजार एकड़ में जैविक सब्जी की खेती हो रही है। 

विभाग की देखरेख में खेती

कृषि विभाग के जैविक खेती के प्रभारी वेंकटेश नारायण सिंह का कहना है कि राज्य में जैविक सब्जी की खेती कृषि विज्ञानियों की देखरेख में की जा रही है। इसमें केवल गोबर की खाद और कीटनाशी के रूप में गोमूत्र एवं नीम की पत्ती से तैयार घोल का उपयोग किया जाता है। 

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