शेखपुरा में अवैध नर्सिंग होम में बच्‍ची की मौत, स्‍वजनों ने किया हंगामा, क्लिनिक बंद कर भागा संचालक

शेखपुरा में अवैध रूप से संचालित एक नर्सिंग होम में इलाज के दौरान दो वर्षीय एक बच्‍ची की मौत हो गई। इसके बाद स्‍वजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। यह देखकर नर्सिंग होम में ताला बंद कर संचालक फरार हो गया।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 11:41 AM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 11:41 AM (IST)
शेखपुरा में अवैध नर्सिंग होम में बच्‍ची की मौत, स्‍वजनों ने किया हंगामा, क्लिनिक बंद कर भागा संचालक
बच्‍ची की मौत पर विलाप करते स्‍वजन। जागरण

शेखपुरा, जागरण संवाददाता। शेखपुरा सदर अस्पताल के सामने मंगलवार की सुबह एक क्लीनिक में बच्ची की मौत हो गई। इसके बाद गुस्साए लोगों ने क्लीनिक पर हंगामा किया।  क्लीनिक संचालक वहां से भाग  निकला।  क्लीनिक का बैनर भी हटा दिया। मृतक बच्ची की पहचान जिले के चेवाड़ा प्रखंड के गडुआ गांव निवासी बबलू राम की 15 वर्षीय पुत्री मुस्कान कुमार के रूप में की गई।

दलाल के माध्‍यम से कराया गया था भर्ती

मुस्कान के पिता ने बताया कि 2 दिन से बच्ची की तबीयत खराब हो गई थी। उल्टी, दस्त और बुखार की शिकायत मिलने पर स्थानीय स्तर पर पहले उसका इलाज कराया गया परंतु सुधार नहीं हुआ। फिर एक दलाल के माध्यम से इस क्लीनिक में भर्ती कराया गया । जहां आश्वासन दिया गया कि साधारण बात है। कोई तरह की गंभीर समस्या नहीं है। बच्ची का इलाज कर दिया जाएगा। वहां इलाज के दौरान बच्ची की तबीयत ठीक होने के बजाय और बिगड़ने लगी। तब नर्सिंग होम संचालक कंपाउंडर कमलेश कुमार ने वहां से भगा दिया और सदर अस्पताल भेज दिया गया। गंभीर अवस्था में बच्ची को सदर अस्पताल लाया गया। जहां इलाज के दौरान बच्ची की मौत हो गई।

अवैध नर्सिंग होम का खुलेआम हो रहा संचालन

उधर, बच्ची की मौत की सूचना मिलने पर क्लीनिक संचालक कंपाउंडर क्लिनिक बंद कर फरार हो गया। बैनर को भी नोच लिया गया है। परिवार के लोग क्लीनिक के बाहर हंगामा कर रहे हैं और धरने पर बैठे हुए हैं। बता दें कि जिले में लगातार इस तरह के मामले सामने आते हैं। जहां अवैध क्लनि‍क में इलाज के दौरान लोगों की मौत हो जाती है। ऑपरेशन के दौरान पिछले महीने दो महिलाओं की मौत बरबीघा के क्लीनिक में हो चुकी है। बाद में पैसे की लेनदेन करके मामले को मैनेज कर लिया जाता है और पुलिस और प्रशासन के द्वारा कोई बड़ी कार्रवाई इस तरह के मामले में नहीं होती है।इस संबंध में सिविल सर्जन ने बताया कि उनके पास अभी तक किसी तरह की कोई जानकारी नहीं दी गई है। परिवार वालों के द्वारा लिखित रूप से शिकायत दिए जाने पर इस तरह के मामलों में सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।

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