अंग्रेजी राज में बनी बक्‍सर की केंद्रीय जेल अब होगी तीन मंजिला, दूर से देखने पर ही लगेगी भव्‍य

यहां कैदियों के लिए बेहतर व्यवस्थाएं भी की जाएंगी। जेल परिसर में अवस्थित पोखर का भी जोरदार होगा तथा उसके किनारों पर पौधारोपण कर उसे बेहतर स्वरूप प्रदान किया जाएगा। जिम व व्यायामशाला को बेहतर स्वरूप प्रदान किया जाएगा।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 10:23 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 10:23 AM (IST)
अंग्रेजी राज में बनी बक्‍सर की केंद्रीय जेल अब होगी तीन मंजिला, दूर से देखने पर ही लगेगी भव्‍य
बक्‍सर सेंट्रल जेल को जल्‍द मिलेगा नया भवन। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

बक्सर, जागरण संवाददाता। बक्‍सर केंद्रीय कारा को जल्‍द ही जी प्लस टू टाइप का नया भवन मिलेगा। इस भवन में तकरीबन 4 हजार कैदियों को रखने की क्षमता होगी। नया भवन बनाए जाने के लिए वास्तुविद की देखरेख में दक्ष इंजीनियरों के द्वारा नक्शा का निर्माण कराया गया तथा उसे स्वीकृति के लिए भवन निर्माण विभाग को भेज दिया गया है। नक्शे को विभागीय स्वीकृति मिलने के पश्चात वित्तीय स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। माना जा रहा है कि आगामी 6 माह में यह सभी कार्य पूरे कर लिए जाएंगे इसके बाद जेल के भव्य तथा सुरक्षित भवन का निर्माण शुरू हो जाएगा।

52 बीघे में होना है नया निर्माण

52 बीघे (32 एकड़) की जेल में जी प्लस टू टाइप के भवन बनाए जाने हैं। ऐसे भवन सर्व सुविधा संपन्न होंगे तथा यहां कैदियों के लिए बेहतर व्यवस्थाएं भी की जाएंगी। जेल परिसर में अवस्थित पोखर का भी जोरदार होगा तथा उसके किनारों पर पौधारोपण कर उसे बेहतर स्वरूप प्रदान किया जाएगा। जिम व व्यायामशाला को बेहतर स्वरूप प्रदान किया जाएगा।

जर्जर भवनों के समीप पड़ी खाली जगह में नया निर्माण

कारा अधीक्षक राजीव कुमार ने बताया कि केंद्रीय कारा के अंदर बहुत सारे कैदी वार्ड जर्जर अवस्था में पहुंच गए हैं। ऐसे जर्जर भवनों के बगल में खाली पड़ी जमीन पर बहुमंजिला भवनों का निर्माण किया जाएगा। 198 कैदियों की क्षमता वाले कुल 21 ब्लॉक परिसर में तैयार होंगे। यह भवन सुरक्षित तथा सर्व सुविधा संपन्न होंगे। इसके साथ ही प्रशासनिक भवन, अस्पताल भवन रसोई घर तथा जेल कर्मियों के आवास एवं पुलिसकर्मियों के बैरक काफी बेहतर निर्माण किया जाएगा।

चिन्हित की जाएगी केंद्रीय कारा की जमीन, टूटेगा अतिक्रमण

कारा अधीक्षक ने बताया कि जेल के चहारदीवारी से 50 मीटर की दूरी तक किसी भी तरह का कोई निर्माण नहीं किया जाना है। लेकिन ऐसा देखा जा रहा है कि कई भवन जेल की बाउंड्री से सटाकर बना दिए गए हैं। ऐसे में सरकारी जमीन पर निर्मित भवनों को चिन्हित करने के लिए अंचलाधिकारी से अनुरोध किया गया है। जल्द ही ऐसे भवनों को चिन्हित करते हुए भू स्वामियों को नोटिस भेजा जाएगा जिसके बाद अवैध रूप से बनाए गए भवनों को ध्वस्त किए जाने की कार्रवाई की जाएगी।

तीन गुना से ज्यादा हो जाएगी जेल की क्षमता

वर्तमान में केंद्रीय कारा के कुल भवनों को मिलाकर जेल में कैदियों को रखने की क्षमता 1233 है। जबकि, केंद्रीय कारा होने की वजह से पड़ोसी जिलों से भी कैदी यहां अक्सर भेजें जाते रहे हैं। ऐसे में जेल में कैदियों को रखने की क्षमता बढ़ाए जाने की मांग पूर्व से ही की जा रही थी। अब जो नया भवन प्रस्तावित है उसमें तकरीबन 4 हजार कैदी एक साथ आराम से रह सकेंगे। इस प्रकार जेल की क्षमता तीन गुना से ज्यादा बढ़ जाएगी।

बक्‍सर सेंट्रल जेल के अधीक्षक राजीव कुमार ने बताया कि कारा भवन के निर्माण के लिए वास्तुविद तथा दक्ष अभियंताओं की टीम ने जो नक्शा बनाया है वह बेहतरीन है। एस्टीमेट पैनल की स्वीकृति के पश्चात वह कारा विभाग के पास जाएगा जहां से वित्तीय स्वीकृति के पश्चात स्टीमेट बनने का कार्य शुरू होगा। सब कुछ ठीक रहा तो आगामी 6 माह के अंदर ही मैं भवन के निर्माण का शुभारंभ हो जाएगा।

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